कम उम्र में ही युवाओं की फूल रही है सांस, जानें इसका कारण
सांस फूलने की परेशानी कभी बुजुर्गों को हुआ करती थी। लेकिन अब ये छोटी उम्र के लोगों में भी देखने को मिल जाता है।कई बार तो छोटे बच्चे भी इसके चपेट में आ जाते है।जीवन और शरीर की बुनियादी जरूरतों में से सांस लेना एक प्रमुख प्रक्रिया है। बिना इसके हम जीवन की संभावनाओं की कल्पना भी नहीं कर सकते। इसी वजह से, श्वास प्रक्रिया को नियंत्रित करने वाले फेफड़ों की परेशानी (Lung Disease), सांस लेने में परेशानी या सांस फूलना (Shortness of Breath) एक बड़ी और गंभीर स्वास्थ्य परेशानी है जो कि जानलेवा साबित हो सकती है।
डॉ। सूर्य कांत, रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष ने LOCAL 18 से बात करते हुए कहा कि आज के दौर में युवा पीढ़ी को सांस फूलने की परेशानी से जूझना आम सा हो गया है। जिनको कोई रोग नहीं है उनमें सांस फूलने का मुख्यता दो कारण है। युवाओं में बढ़ता धूम्रपान और बढ़ता प्रदूषण।आज के समय में जो सिगरेट पीता है उसको परेशानी तो होती है, साथ ही जो अब नवजवानों में हुक्का का क्रेज बढ़ा है वह भी हानि कर रहा है।
जंक फूड का सेवन
सांस फूलने का एक कारण ये भी है बाजार का तला हुआ और फास्ट फूड का अधिक सेवन करना। फ्रेंच फ्राइज, आलू चिप्स, बर्गर, समोसा आदि में उपस्थित ट्रांस फैटी एसिड बुरे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। साथ ही गुड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।जिससे सांस फूलना,हॉर्ट अटैक से लेकर मधुमेह समेत अन्य गंभीर रोंगों का भी खतरा बढ़ता है।
जीवनशैली में सुधार करने की आवश्यकता
अगर आपको कोई गंभीर रोग नहीं है और फिर भी सांस फूलने की परेशानी हो रही है तो आपको अपनी जीवनशैली में सुधार करने की जरूरत है। सांस फूलने की परेशानी में राहत पाने या उसे दूर करने के लिए आपको एक्सरसाइज या योगा करना चाहिए। ये एक्सरसाइज और योगा आपके दिल और फेफड़ों को आराम देती हैं और शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन प्रदान करने में सहायता करती है।
इसके साथ आपको फास्ट फूड एकदम नहीं खाना चाहिए और स्ट्रेस नहीं लेना चाहिए, बल्कि मेडिटेशन करना चाहिए।
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FIRST PUBLISHED : December 5, 2023, 13:19 IST