अंतर्राष्ट्रीय

युद्ध के हालात के चलते बुलेटप्रूफ जैकेट की कमी

इजराइल और हमास के बीच युद्ध लगातार बढ़ता जा रहा है. इस युद्ध में अब तक कई लोगों की मृत्यु हो चुकी है इजराइल जल्द ही गाजा पर जमीनी हमले की तैयारी कर रहा है इसे देखते हुए बुलेटप्रूफ जैकेट की मांग भी बढ़ गई है अभी युद्ध के हालात के चलते बुलेटप्रूफ जैकेट की कमी हो गई है

इजराइल और हमास के बीच पिछले 15 दिनों से जारी जंग जारी है

जानकारी के मुताबिक, पिछले 15 दिनों से चल रहा युद्ध दिन-ब-दिन भयंकर होता जा रहा है अब इजरायल ने गाजा पर हमले की तैयारी कर ली है हमले के उत्तर में 3 लाख सैनिक तैनात किए गए हैं हालांकि, इस युद्ध को देखते हुए जवानों के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट की मांग भी बढ़ गई है बुलेटप्रूफ जैकेट बनाने वाली एक इजरायली कंपनी ने बोला कि बुलेटप्रूफ निर्माता कंपनियां मौजूदा मांग को पूरा करने में असमर्थ हैं.

इजराइल-हमास युद्ध के कारण बुलेटप्रूफ जैकेट की मांग भी बढ़ गई

एक इज़रायली सैनिक योव डोटन ने बोला कि पूरा राष्ट्र अब युद्ध के प्रयासों के लिए लामबंद है. पुरुषों और स्त्रियों को इमरजेंसी डिग्री के अनुसार सेना में शामिल किया जाता है. उनके पास पर्याप्त उपकरण नहीं हैं, लेकिन उपकरण धीरे-धीरे सभी इकाइयों तक पहुंच रहे हैं. उन्होंने आगे बोला कि आर्मी रिजर्व को न सिर्फ़ उन उपकरणों की आवश्यकता है जो इसका हिस्सा हैं, बुलेटप्रूफ जैकेट या हेलमेट, बल्कि शहरों की सुरक्षा करने वाले नागरिक बुनियादी ढांचे की भी आवश्यकता है. तो बहुत कुछ है कई निर्माता हैं…लेकिन मांग अभी भी बहुत अधिक है.

इज़राइल में लगभग हर नागरिक पूरे परिवार के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट रखता है क्योंकि यह राष्ट्र अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण हमेशा अपने ‘दुश्मनों’ से घिरा रहता है. इजराइल को विभिन्न क्षेत्रों से सहायता मिल रही है और उसने इस दौरान इजराइल का समर्थन करने के लिए हिंदुस्तान को धन्यवाद दिया है. इसके साथ ही लोगों को घर पर सुरक्षित रखने के लिए जवानों को खाना, मोजे समेत कई जीवन वस्तुएं उपलब्ध कराई जा रही हैं

इजराइल ने बुलाई 3 लाख रिजर्व सेना

इजरायली सेना ने इस युद्ध को लड़ने के लिए 300,000 सैनिकों को बुलाया है और उनमें से प्रत्येक को वह सभी सुरक्षा प्रदान की गई है जो एक सैनिक को मिलती है. इससे पहले, आईडीएफ के प्रवक्ता, मार्कस शेफ़ ने बोला कि आईडीएफ ने इज़राइल की जनसंख्या की सुरक्षा के लिए अपनी तत्परता और क्षमता को मजबूत करने के लिए 300,000 से अधिक कर्मियों को बुलाकर रिजर्व जुटाया है. विशेष रूप से, आरक्षित बल वे कर्मी होते हैं जिन्हें हथियारों के नीचे नहीं रखा जाता है और उन्हें इमरजेंसी स्थितियों में बुलाया जाता है जब सेना को अतिरिक्त जनशक्ति की जरूरत होती है.

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