अंतर्राष्ट्रीय

इजरायल-हमास युद्ध को लेकर भारत ने दिया ये नया बयान

इजरायल-हमास युद्ध का चौथा महीना प्रारम्भ हो चुका है इस दौरान गाजा में हो रही आम फिलिस्तीनियों की मृत्यु को लेकर हिंदुस्तान ने बड़ा बयान दी है गाजा में आम नागरिकों की मृत्यु की हिंदुस्तान ने कड़े शब्दों में आलोचना की है संयुक्त राष्ट्र के मंच पर हिंदुस्तान ने बेगुनाह फिलिस्तीनी नागरिकों की मृत्यु को लेकर अपना कड़ा प्रतिरोध जताया हिंदुस्तान के इस स्टैंड से इससे फिलिस्तीन भी खुश नजर आया इसके साथ ही भारत ने बोला है कि वहइजरायल और फिलस्तीन के नेताओं के साथ लगातार संपर्क में है और पश्चिम एशिया संघर्ष की आरंभ के बाद से उसका ‘‘स्पष्ट’’ संदेश तनाव बढ़ाने से रोकना रहा है ताकि मानवीय सहायता की लगातार आपूर्ति की जा सके और शांति एवं स्थिरता की शीघ्र बहाली सुनिश्चित की जा सके

संयुक्त देश महासभा (यूएनजीए) में हिंदुस्तान की स्थायी प्रतिनिधि राजदूत रुचिरा कंबोज ने मंगलवार को कहा, ‘‘इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष से बड़े पैमाने पर नागरिकों विशेषकर स्त्रियों और बच्चों की जान गई है और इसके एक घातक मानवीय संकट पैदा हो गया है’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह साफ रूप से अस्वीकार्य है और हमने नागरिकों की मृत्यु की कड़ी आलोचना की है’’ उन्होंने बोला कि हिंदुस्तान इस बात से अवगत है कि इसका तात्कालिक कारण 7 अक्टूबर को इजरायल में हुए आतंकी हमले थे हमले बहुत चौंकाने वाले थे और ‘‘हम साफ तौर पर इसकी आलोचना करते हैं हिंदुस्तान का आतंकवाद के प्रति एकदम बर्दाश्त नहीं करने का दृष्टिकोण रहा है आतंकवाद और बंधक बनाने को सही नहीं ठहराया जा सकता है

हमास आतंकवादियों के हमले को ठहराया गलत

’’ कंबोज ने इजरायल पर 7 अक्टूबर को हमास के हमले को आतंकवादी करार दिया और बोला कि हिंदुस्तान बंधक बनाए गए लोगों की तुरन्त और बिना शर्त रिहाई की मांग करता है कंबोज ने 193 सदस्यीय यूएनजीए को कहा कि ‘‘भारत का नेतृत्व इजरायल और फलस्तीन सहित क्षेत्र के नेताओं के साथ लगातार संपर्क में है’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस संघर्ष की आरंभ के बाद से हिंदुस्तान का संदेश साफ है मानवीय सहायता की लगातार आपूर्ति सुनिश्चित करने और शांति एवं स्थिरता की शीघ्र बहाली की दिशा में काम करने के लिए तनाव को रोकना जरूरी है वार्ता और कूटनीति के माध्यम से संघर्ष का शांतिपूर्ण निवारण ही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है’’ कंबोज ने मंगलवार को बुलाई गई महासभा की बैठक को संबोधित किया पूरे गाजा पट्टी में मानवीय सहायता की आपूर्ति को लेकर 22 दिसंबर, 2023 को सुरक्षा परिषद में पेश एक प्रस्ताव में रूस द्वारा प्रस्तावित संशोधन पर अमेरिका द्वारा वीटो का इस्तेमाल किए जाने के बाद महासभा की ये बैठक बुलाई गई थी

Related Articles

Back to top button