पश्तून नेता अली वजीर ने खुद को वापस जेल भेजने की मांग की

पश्तून तहफ्फुज मूवमेंट (पीटीएम) के एमएनए अली वजीर ने या तो उन्हें वापस कारागार भेजने की मांग की है या फिर नेशनल असेंबली सत्र में भाग लेने के लिए उन्हें इस्लामाबाद भेजने का निवेदन किया है. मीडिया रिपोटरें में बोला गया है कि जिन्ना पोस्टग्रेजुएट मेडिकल सेंटर (जेपीएमसी) में भर्ती होने के दौरान उन पर दो बार हमला किया गया था.
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, देशद्रोह और अमर्यादित भाषा के आरोपों का सामना कर रहे विधायक ने बोला कि संसद ने उनके लिए बजट सत्र में भाग लेने के लिए प्रोडक्शन ऑर्डर जारी किए हैं.
वजीर को एक दिन पहले रूटीन चेकअप के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया था.
अस्पताल के बाहर उन्होंने कहा, मैं पहले संसद भवन द्वारा मेरे लिए जारी किए गए प्रोडक्शन ऑर्डर के बारे में बात कर रहा हूं, और दूसरी बात यह है कि मुझ पर दो बार हमला किया गया है. इसलिए मुझ पर दया करो और मुझे वापस कारागार भेज दो.
उन्होंने बोला कि यदि दोनों में से कोई एक गैर कानूनी या असंवैधानिक निवेदन है, तो मुझे बताएं.
सरकार की कम्पलेन पर कराची के सोहराब गोठ पुलिस स्टेशन में दक्षिण वजीरिस्तान के विधायक और मंजूर पश्तीन और मोहसिन डावर सहित अन्य के विरूद्ध मामला दर्ज किया गया था. यह 7 दिसंबर, 2020 को वजीर और अन्य लोगों द्वारा एक दिन पहले उसी क्षेत्र में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करने के बाद पंजीकृत किया गया था.
प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) के अनुसार, रैली के आयोजकों ने कार्यक्रम आयोजित करने की पूर्व अनुमति नहीं ली थी. रैली में वक्ताओं ने पाकिस्तानी सेना, रेंजर्स और अन्य के विरूद्ध अमर्यादित शब्दों का उपयोग किया था.