पाकिस्तान में सक्रिय ए ग्रेड के आतंकी अज्ञात हमलावरों की गोलियों का हो रहे शिकार
पाकिस्तान में हिंदुस्तान के टॉप मोस्ट वांटेड आतंकियों और उनके सहयोगियों का पर्दाफाश करने का सिलसिला थम नहीं रहा है। इधर, बड़ी बात यह है कि पिछले काफी समय से पाक में एक्टिव ए ग्रेड के आतंकवादी आए दिन अज्ञात हमलावरों की गोलियों का शिकार हो रहे हैं। दिसंबर में पाक में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के कई शीर्ष नेता मारे गए थे। इनमें ग्रेड ए आतंकी हबीबुल्लाह उर्फ भोला खान, जिसे लश्कर प्रमुख हाफिज सईद का करीबी सम्बन्धी माना जाता था, धन जुटाने के लिए उत्तरदायी हाजी उलमर गुल और शीर्ष लश्कर प्रशिक्षक अब्दुल्ला शाहीन उर्फ जिहादी गुरु शामिल हैं।
खुफिया एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, पाक में आतंक मचा रहे आतंकवादियों से कई संगठनों के मुखिया खौफ में आ गए हैं। बताया जाता है कि वे सभी राष्ट्रपति अब भूमिगत हो गये हैं। इनमें हाफिज सईद, सैयद सलाहुद्दीन, मसूद अज़हर, अब्दुल रहमान मक्की और जफर इकबाल आदि शामिल हैं। खास बात ये है कि इन सभी को पाक में सुरक्षा दी गई है।
आतंकवादियों का सफाया क्यों किया जाता है?
केंद्रीय एजेंसियों के सूत्रों का बोलना है कि पाक में कई आतंकवादी संगठन अंतरराष्ट्रीय हैं। सूत्रों के मुताबिक, पाक में मरने वाले आतंकवादियों के पीछे की कहानी कुछ अलग है। पाकिस्तान में इस समय गंभीर आर्थिक संकट चल रहा है। ऐसे में वह अब उन आतंकवादी संगठनों का खर्च नहीं उठा सकता, जो दशकों से उसके लिए उपयोगी रहे हैं। ग्रे लिस्ट से बाहर रहने और पुराने आतंकवादियों पर खर्च करने से बचने के लिए अब आतंकवादियों के खात्मे की बात कही जा रही है और यही कारण है कि टॉप आतंकवादी भूमिगत हो गए हैं।
आतंकियों की मर्डर के पीछे ISI का हाथ!
पाकिस्तान में इस वर्ष जैश-ए-मोहम्मद, डी कंपनी, लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन, लश्कर-ए-जब्बार और लश्कर-ए-झांगवी समेत कई आतंकवादी संगठनों से जुड़े आतंकवादी मारे गए हैं। हालांकि, सूत्रों का बोलना है कि पाक में आतंकी संगठनों के शीर्ष ऑफिसरों पर कोई धावा नहीं हुआ है। अगर उनमें से कोई कारावास में है तो उन्हें कड़ी सुरक्षा दी गई है। आतंकियों की मर्डर के पीछे पाकिस्तानी आईएसआई का हाथ है।
अब तक कौन सा आतंकवादी मारा गया?
कराची में अज्ञात हमलावरों ने हंजला अदनान की गोली मारकर मर्डर कर दी। हाफिज सईद ने अदनान की मर्डर को बड़ा झटका बताया। भारत के प्रमुख आलोचक माने जाने वाले मलिक असलम वज़ीर की एक विस्फोट में मृत्यु हो गई। जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद के करीबी माने जाने वाले मौलाना रहीम तारिक उल्लाह को 13 नवंबर को कराची में अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी थी। इससे पहले हाफिज सईद के करीबी माने जाने वाले अकरम गाजी की मर्डर कर दी गई थी। कुछ दिन पहले मुजफ्फराबाद में ख्वाज शाहिद उर्फ मियां मुजाहिद की मर्डर कर दी गई थी। दाऊद की डी कंपनी का मोहम्मद सलीम अज्ञात हमलावरों का शिकार हो गया। तो वहीं पठानकोट हमले के मास्टरमाइंड शाहिद लतीफ के अतिरिक्त आईएसआई एजेंट मुल्ला बहाउर उर्फ होर्मुज भी मारा गया। इसके अतिरिक्त दर्जनों अन्य आतंकवादियों को पाक में अज्ञात हमलावरों ने मार गिराया है।