अमेरिका ने इजराइल की मदद के लिए भूमध्य सागर में उतारे है दो युद्धपोत
तेल अवीव: हमास और इजराइल के बीच प्रारम्भ हुआ युद्ध एक पखवाड़े बाद भी जारी है और यह कब समाप्त होगा, कुछ बोला नहीं जा सकता। ऐसे में इजराइल के विरुद्ध एक के बाद एक युद्ध के नए मोर्चे खुल रहे हैं। इजराइल पर हो रहे इन हमलों के बीच दुनिया दो हिस्सों में बंटती जा रही है। अमेरिका ने खुलकर इजराइल का समर्थन किया है जबकि अब हमास रूस के पास पहुंच गया है। अमेरिका ने इजराइल की सहायता के लिए भूमध्य सागर में दो युद्धपोत उतारे हैं, जबकि रूस ने काला सागर में विध्वंसक मिसाइलों से लैस लड़ाकू विमान तैनात किए हैं। ऐसे में यह डर है कि दुनिया एक बड़े युद्ध के कगार पर है।
7 अक्टूबर को दक्षिणी इज़राइल में हमास द्वारा किए गए आतंकी हमले के बाद, लेबनान के हिजबुल्लाह आतंकियों ने पिछले दो हफ्तों में उत्तरी इज़राइल में आक्रामक धावा किया है। मामले को बदतर बनाने के लिए, यमन के हौथी विद्रोही भी मिसाइलों और ड्रोन से इजरायल पर धावा कर रहे हैं। हालांकि, हौथी उपद्रवियों के हमले को अमेरिकी नौसेना ने असफल कर दिया था।
उधर, इजराइल ने गुरुवार देर रात अचानक गाजा पर अपना धावा तेज करते हुए 100 बम गिराए, जिसमें एक चर्च नष्ट हो गया। इसके अलावा, इजराइल ने गाजा पट्टी से आतंकी संगठन हमास को समाप्त करने की तैयारी कर ली है और किसी भी समय गाजा में जमीनी आक्रमण प्रारम्भ करने की आसार है। इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को गाजा सीमा पर सैनिकों से मुलाकात की। दूसरी ओर, रक्षा मंत्री गैलेंट ने गाजा सीमा पर सैनिकों से बोला कि जिसने भी गाजा को बाहर से देखा है, उसे अब गाजा को अंदर से देखने के लिए तैयार रहना चाहिए। हम हमास का नामोनिशान मिटा देंगे। इसमें एक सप्ताह, एक महीना या दो महीने लग सकते हैं। हालांकि, इजराइल ने साफ कर दिया है कि उसका गाजा पट्टी पर कब्जा करने का कोई इरादा नहीं है। वह सिर्फ़ हमास को नष्ट करना चाहता है।’
गाजा पट्टी पर इजरायल के लगातार हमलों से इस्लामिक राष्ट्रों में भी आक्रोश फैल गया है। दुनिया भर के 57 इस्लामिक राष्ट्रों ने इजरायल के विरुद्ध एक समूह बनाया है और गाजा पर हमले को रोकने के लिए इजरायल पर दबाव बढ़ा रहे हैं। लेकिन इजराइल इस दबाव के आगे झुकने को तैयार नहीं है। ऐसे में इजराइल और हमास के बीच जंग बढ़ती जा रही है।
दक्षिणी इज़राइल में हमास के साथ युद्ध और उत्तरी इज़राइल में लेबनान के साथ संघर्ष बढ़ने के बीच इज़राइल ने 20,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया है। इस प्रकार हिजबुल्लाह हमास के समर्थन में इजराइल पर धावा कर रहा है। ऐसे समय में यमन के हौथी उपद्रवियों ने इजराइल पर क्रूज मिसाइलों और ड्रोन से धावा कर दिया। लेकिन भूमध्य सागर में अमेरिकी नौसेना के युद्धपोत ने हमले को असफल कर दिया। पेंटागन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल पैट्रिक राइडर ने कहा, यूएसएस कार्नी को उत्तरी लाल सागर में तैनात किया गया है। इसने हौथी उपद्रवियों द्वारा लॉन्च की गई तीन भूमि हमले क्रूज मिसाइलों और कई ड्रोनों को मार गिराया है।
इजराइल और हमास के बीच युद्ध विश्वयुद्ध में परिवर्तित हो सकता है, इसका खतरा इस बात से समझा जा सकता है कि इजराइल की सहायता के लिए भूमध्य सागर में अमेरिका के दो युद्धपोत तैनात किए गए हैं। दूसरी ओर, रूस ने इन जहाजों का मुकाबला करने के लिए काला सागर में सबसे खतरनाक किंजल मिसाइलों और परमाणु बमों से लैस लड़ाकू विमानों को तैनात किया है। इस प्रकार, भूमध्य सागर और काला सागर के बीच गाजा और इज़राइल का युद्ध क्षेत्र है, जिसमें अमेरिका और रूस अब सीधे एक-दूसरे के सामने हैं।
खुलासा हुआ कि हमास के आतंकवादियों ने भारी मात्रा में ड्रग्स लेकर उनकी मर्डर कर दी
7 अक्टूबर को हमास आतंकवादियों द्वारा इजराइल पर अचानक किए गए हमले और दक्षिणी इजराइल में उनकी घुसपैठ को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
हमास के आतंकवादियों ने भारी मात्रा में ड्रग्स लेकर घुसपैठ की और भारी नरसंहार किया। द जेरूसलम पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, हमास के आतंकवादियों ने कैप्टागन गोलियों से इजरायल पर धावा किया। सिंथेटिक ड्रग कैप्टागन को ‘गरीबों की कोकीन’ बोला गया है। इस गोली से हमास के आतंकवादियों को लंबे समय तक भूखा नहीं रहना पड़ा और वे सावधान भी रहे।