भारत के सात काम करना जारी रखेंगे: अमेरिका
US recation on India-Canada: खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की मर्डर (Hardeep Singh Nijjar Murder) पर कनाडा के आधारहीन आरोपों पर एक्शन लेते हुए हिंदुस्तान गवर्नमेंट ने कनाडा को अपने दर्जनों राजनयिकों को वापस बुलाने को बोला है। हिंदुस्तान द्वारा कनाडा को अल्टीमेटम देने पर अमेरिका का बयान सामने आया है और अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने बोला है कि वह हिंदुस्तान और कनाडा के बीच जारी राजनयिक गतिरोध से अवगत हैं। इसके साथ ही उन्होंने बोला कि कनाडाई उच्चायोग की ओर से उन्हें इसकी जानकारी मिली है। हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने यह भी बोला कि मैं किसी काल्पनिक बात में नहीं पड़ना चाहता।
भारत के सात काम करना जारी रखेंगे: अमेरिका
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के वेदांत पटेल से जब प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान हिंदुस्तान के एक्शन पर कनाडा की प्रतिक्रिया और इससे कूटनीतिक संबंध खराब होने के अतिरिक्त इंडो-पैसिफिक रणनीति पर असर पड़ने को लेकर प्रश्न किया गया तो उन्होंने बोला कि मैं निश्चित रूप से किसी काल्पनिक बातों में नहीं पड़ना चाहता। वेदांत पटेल ने कहा, ‘मैंने राजनयिक को लेकर रिपोर्टें देखी है, लेकिन अभी इस पर प्रतिक्रिया देने के लिए मेरे पास कुछ नहीं है। यह मुद्दा इंडो-पैसिफिक रणनीति से जुड़ा है, इसलिए हम इस पर फोकस बनाए हुए हैं।’
वेदांत पटेल ने आगे कहा, ‘हम क्वाड के अतिरिक्त कई अन्य इंटरनेशनल फोरम में हिंदुस्तान के साथ भागीदार है और हम निश्चित रूप से हिंदुस्तान के साथ काम करना जारी रखेंगे। मैंने पहले भी बोला था कि हम कनाडा के आरोपों को गंभीरता से ले रहे हैं और हमने सार्वजनिक और निजी तौर पर हिंदुस्तान गवर्नमेंट से कनाडाई जांच में योगदान करने का आग्रह किया है।’
भारत के विरुद्ध कनाडा के इल्जाम गंभीर: अमेरिका
अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास व्हाइट हाउस ने बोला कि एक खालिस्तानी अलगाववादी की मर्डर में हिंदुस्तान की संलिप्तता के कनाडा के इल्जाम गंभीर हैं और उनकी पूरी तरह जांच किए जाने की आवश्यकता है। व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में सामरिक संचार के समन्वयक जॉन किर्बी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवान की पिछले हफ्ते वाशिंगटन में हुई मुलाकात में कनाडा के दावों पर चर्चा की गई थी। किर्बी ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा, ‘इस मामले पर चर्चा की गई थी। हम निश्चित रूप से इसे दोनों राष्ट्रों पर छोड़ते हैं कि वे अपने द्विपक्षीय संबंधों के बारे में बात करें। हम साफ कर चुके हैं कि ये इल्जाम गंभीर हैं, इनकी पूरी जांच किए जाने की जरूरत है और जाहिर तौर पर जैसा कि हमने पहले भी बोला है कि हम हिंदुस्तान से उस जांच में सक्रियता से भाग लेने का निवेदन करते हैं।
18 जून को हुई थी खालिस्तानी आतंकवादी निज्जर की हत्या
बता दें कि प्रतिबंधित खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) की 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में मर्डर कर दी गई थी। हिंदुस्तान ने वर्ष 2020 में हरदीप सिंह निज्जर को आतंकी घोषित किया था। निज्जर की मर्डर के बाद कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने हाल ही में कनाडाई संसद में बहस के दौरान दावा किया था कि हिंदुस्तान गवर्नमेंट के एजेंटों ने कनाडाई नागरिक की मर्डर को अंजाम दिया। हालांकि, हिंदुस्तान ने इन दावों को खारिज कर दिया है और इसे बेतुका और प्रेरित कहा है। वहीं, कनाडा ने अब तक हरदीप सिंह निज्जर की मर्डर के दावे में कोई सार्वजनिक सबूत मौजूद नहीं कराया है।