दाऊद इब्राहिम का इलाज चल रहा पाकिस्तान का नामी अस्पताल‘PNS शिफा में, हुआ खुलासा
अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को कराची के जिस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया उसका नाम इण्डिया टीवी को पता चल गया है। इण्डिया टीवी के सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, दाऊद की तबीयत बिगड़ने के बाद उसे पिछले हफ्ते कराची के “द आगा खान यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल” (AKUH) में भर्ती कराया गया था। इसके अतिरिक्त सूत्रों ने यह भी जानकारी दी कि दाऊद के कई तरह के टेस्ट भी चल रहे हैं और इसमें समय लगता है, जिसके लिए उसे “PNS शिफा” हॉस्पिटल ले जाया जाता है।
किसी और नाम से कराया गया भर्ती
पाकिस्तानी गवर्नमेंट इतनी डरी हुई है कि उसने दाऊद इब्राहिम का उपचार कराने के लिए पाक के नामी और एक्सपर्ट हॉस्पिटल में भर्ती कराया, लेकिन उसे किसी और नाम से भर्ती कराया गया, ताकि किसी को उसका रिकॉर्ड तक ना मिले। पाक हमेशा यह कहता रहा है कि दाऊद इब्राहिम पाक में नहीं है, इसी वजह से उसे वहां बेनाम जीवन जीनी पड़ रही है। दोनों में से किसी भी हॉस्पिटल में उसका कहीं नाम तक नहीं लिखा गया है। बता दें कि ‘PNS शिफा’ 600 बेड का हॉस्पिटल है। यह हॉस्पिटल वर्ष 1953 में बनाया गया था।
दाऊद को जहर दिए जाने की खबर
दरअसल, दाऊद इब्राहिम को जहर दिए जाने की समाचार आई थी। पाकिस्तानी पत्रकार ने दाऊद को जहर दिए जाने के बाद कराची के हॉस्पिटल में भर्ती होने का दावा किया था। पाकिस्तानी पत्रकार आरजू काजमी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में बोला कि पाक में चर्चा है कि दाऊद इब्राहिम को जहर देकर मारने की प्रयास हुई है और वो कराची के हॉस्पिटल में जीवन और मृत्यु के बीच लड़ाई लड़ रहा है। उन्होंने ये भी बोला कि पाक में किसी के अंदर इतनी हौसला नहीं है कि कोई इस समाचार को कंफर्म करे। आरजू काजमी ने बोला कि यदि कोई इस समाचार की पुष्टि करेगा या इसकी प्रयास भी करेगा तो उसकी शामत आ जाएगी।
दाऊद ग्लोबल टेररिस्ट घोषित है
मोस्ट वांटेड आतंकी और डी-कंपनी का प्रमुख दाऊद इब्राहिम हिंदुस्तान का भगोड़ा है। 1993 में मुंबई में हुए सीरियल ब्लास्ट का मास्टर माइंड दाऊद इब्राहिम ही था। धमाको को अंजाम देने के बाद वो हिंदुस्तान छोड़कर दुबई भाग गया था। इसके बाद उसने पाक में अपना ठिकाना बना लिया। वो अपने परिवार के साथ वहीं रहता है। उसके विरुद्ध हिंदुस्तान में आतंकवादी हमला, मर्डर, किडनैपिंग, सुपारी हत्या, संगठित अपराध, ड्रग्स, हथियारों की स्मग्लिंग जैसे कई मुद्दे दर्ज हैं। वर्ष 2003 में उसे ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया गया था। वर्ष 2011 में एफबीआई और फ़ोर्ब्स की एक लिस्ट में उसे दुनिया का तीसरा मोस्ट वांटेड भगोड़ा क्रिमिनल कहा गया था।
ऐसे बना D-कंपनी का मुखिया
बता दें कि दाऊद इब्राहिम कासकर का जन्म दिसंबर 1955 में महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में हुआ था। उसके पिता इब्राहिम कासकर पुलिस कांस्टेबल थे। बाद में दाऊद इब्राहिम का परिवार मुंबई के डोंगरी क्षेत्र में बस गया था। 70 के दशक में दाऊद का नाम मुंबई के अंडरवर्ल्ड में तेजी से उभरने लगा था। पहले वो हाजी मस्तान गैंग में काम करता था। वहीं रहते-रहते उसका असर बढ़ने लगा। उसके गैंग को लोग D-कंपनी कहने लगे और वो उसका मुखिया माना जाता था।