पश्चिमी अफगानिस्तान में भूकंप के झटके हुए महसूस
पश्चिमी अफगानिस्तान में बुधवार को सुबह 6.3 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप से कम से कम 80 लोग घायल हो गए हैं।
इससे पहले शनिवार को इसी जगह पर आए तेज भूकंप से 2,000 से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई थी और गांव के गांव तबाह हो गए थे।
अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण ने कहा कि बुधवार को सुबह आए भूकंप का केन्द्र हेरात प्रांत की राजधानी हेरात से 28 किलोमीटर दूर बाहरी क्षेत्र में जमीन के नीचे दस किलोमीटर की गहराई पर था।
सूचना मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल वाहिद रायान ने कहा कि बुधवार को सुबह आए भूकंप में कम से कम 80 लोग घायल हो गए हैं, वहीं भूस्खलन से हेरात-तोरघोंदी राजमार्ग अवरुद्ध हो गया है।
भूकंप से चाहाक गांव में 700 मकान जमींदोज हो गए।
शनिवार को आए भूकंप में इन मकानों को हानि नहीं पहुंचा था। भूकंप से अभी किसी के जान गंवाने की सूचना नहीं है क्योंकि यहां के सभी लोग शनिवार को भूकंप आने के बाद से शिविरों में रह रहे हैं।
शनिवार को आए भूकंप का केन्द्र प्रांतीय राजधानी से 40 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में था। उस भूकंप के बाद से क्षेत्र में कई बार तेज झटके आ चुके हैं।
तालिबानी ऑफिसरों ने कहा कि शनिवार के भूकंप में पूरे हेरात में दो हजार से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है और हजारों लोग घायल हैं, लेकिन उन्होंने मृतकों और घायलों की परफेक्ट संख्या के बारे में जानकारी नहीं दी।
नायब रफी गांव में पहले लगभग 2,500 लोग रहते थे। लोगों ने कहा कि भूकंप के समय जो पुरुष काम के सिलसिले में बाहर गए थे उन्हें छोड़कर कोई भी जीवित नहीं बचा।
लोग शवों को सामूहिक तौर पर दफनाने के लिए बड़ी कब्र खोदने के काम में लगे हैं।
जिंदा जन जिले में बुलडोजर से मैदान का मलबा हटाया जा रहा है ताकि एक कतार में कब्रें बनाई जा सकें।
तालिबान ने कहा कि 20 गांव में कम से कम दो हजार मकान तबाह हो गए हैं। भूकंप प्रभावित क्षेत्र में बस एक सरकारी हॉस्पिटल है।
संयुक्त देश के उप प्रवक्ता फरहान अधिकार ने मंगलवार को बोला कि जिंदा जन भूकंप से सर्वाधिक प्रभावित हुआ, जहां 1,300 लोग मारे गए हैं और कम से कम 500 लोग लापता हैं।