हमास के आतंकियों ने इजराइल पर बड़ा हमला,बंधकों को घर वापस लाने के लिए रखी शर्तें
इजराइल और हमास आतंकवादियों के बीच चल रही जंग का आज सातवां दिन है। इस बीच, आज पहली बार इज़रायली सेना ने अपनी गलती स्वीकार की है, आईडीएफ ने हमास के हमलों को रोकने में विफल रहने की बात स्वीकार की है।
आईडीएफ ने स्वीकार कर लिया
इज़रायली सेना ने पहली बार स्वीकार किया है कि आईडीएफ हमास के हमलों को रोकने में विफल रही है। 7 अक्टूबर को हमास के आतंकवादियों ने इजराइल पर बड़ा धावा किया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग मारे गए। इस बीच वह इजराइल में घुसने में सफल हो गया। इजरायली मीडिया ने यह जानकारी दी है। 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद से इज़राइल में मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,300 हो गई है और लगभग 3,300 घायल हुए हैं।
आईडीएफ प्रमुख हरजी हलेवी ने गुरुवार को दक्षिणी इज़राइल को बताया, “आईडीएफ राष्ट्र और उसके नागरिकों की सुरक्षा के लिए उत्तरदायी है और हमने शनिवार सुबह गाजा पट्टी के आसपास के क्षेत्र में इसे नहीं संभाला।” हम सीखेंगे, हम जांच करेंगे, लेकिन अब युद्ध का समय है। उन्होंने बोला कि आईडीएफ हमास के आतंकियों से लड़ रहा है और उनके सिस्टम को नष्ट कर देगा।
हमारे बच्चों, हमारी पत्नियों और हमारे लोगों को हमास के हत्यारे आतंकियों ने अमानवीय ढंग से मार डाला है। आईडीएफ उन क्रूर आतंकियों से लड़ रहा है जिन्होंने अकल्पनीय कृत्य किए हैं। आईडीएफ प्रमुख ने कहा, ‘गाजा पट्टी के शासक याह्या सिनवार ने इस भयानक हमले का निर्णय किया। इसलिए वह और उसके अधीन पूरी प्रबंध बाधित हो गई। हम उन पर धावा करेंगे, हम उन्हें नष्ट कर देंगे, उनके सिस्टम को नष्ट कर देंगे।
हलेवी ने यह भी बोला कि इस बात की जांच करने का समय आएगा कि हमास कैसे हमले को अंजाम देने में सक्षम था। गाजा पट्टी में आतंकी समूह द्वारा बंदी बनाए गए अनुमानित 200 इजरायलियों और विदेशियों के बारे में हलेवी ने कहा, “हम बंधकों को घर वापस लाने के लिए सब कुछ करेंगे।” हम कई आतंकवादियों, कई कमांडरों को मार रहे हैं, इस जघन्य, क्रूर क्राइम का समर्थन करने वाले आतंकी ढांचे को नष्ट कर रहे हैं। गाजा फिर कभी पहले जैसा नहीं रहेगा।
इस बीच, हमास के विरुद्ध चल रहे ऑपरेशन पर एक रिपोर्ट के अनुसार, आईडीएफ ने कहा, ‘7 अक्टूबर को सूफा सेना चौकी पर नियंत्रण लेने के संयुक्त कोशिश में गाजा सुरक्षा बाड़ के आसपास के क्षेत्र में फ्लोटिला 13 विशिष्ट इकाइयों को तैनात किया गया था।’ इसमें बोला गया है कि सैनिकों ने लगभग 250 बंधकों को जिंदा बचाया, 60 से अधिक हमास आतंकियों को मार डाला और 26 को पकड़ लिया, जिनमें हमास दक्षिणी नौसेना डिवीजन के डिप्टी कमांडर मुहम्मद अबू अली भी शामिल थे। हमास के हमले के दौरान किडनैपिंग करके गाजा पट्टी ले जाए गए अनुमानित 150 लोगों का भाग्य साफ नहीं है।