रूस और अमेरिका देशों के बीच तनाव चरम सीमा को किया पार
मिलर ने एक बयान में कहा, ‘‘मंत्रालय रूस की गवर्नमेंट द्वारा हमारे राजनयिकों के उत्पीड़न को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। मॉस्को में हमारे दूतावास कर्मियों के विरुद्ध किसी भी अस्वीकार्य कार्रवाई के रिज़ल्ट होंगे।’’ अमेरिका ने रूसी राजनयिकों को निष्कासित करने का निर्णय ऐसे समय में लिया है, जब यूक्रेन के विरुद्ध रूस के युद्ध को लेकर वाशिंगटन और मॉस्को में विवाद बढ़ गई है और अमेरिका-रूस के बीच राजनयिक संबंध शीत युद्ध काल के बाद सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं।
14 सितंबर को रूस ने दो अमेरिकी राजनयिकों को दिया था राष्ट्र छोड़ने का आदेश
उल्लेखनीय है कि गत 14 सितंबर को रूस के विदेश मंत्रालय ने मॉस्को स्थित अमेरिकी दूतावास के प्रथम सचिव जेफरी सिलिन और द्वितीय सचिव डेविड बर्नस्टीन पर ‘अवैध गतिविधियों’ में शामिल होने का इल्जाम लगाते हुए उन्हें सात दिन के भीतर राष्ट्र छोड़ने का आदेश दिया था। मंत्रालय ने दावा किया था कि सिलिन और बर्नस्टीन वाणिज्य दूतावास के पूर्व कर्मचारी रॉबर्ट शोनोव के ‘संपर्क में’ थे, जिस पर अमेरिकी राजनयिकों के लिए यूक्रेन में रूस की सेना कार्रवाई और उससे जुड़े अन्य मुद्दों की जानकारी जुटाने का इल्जाम है। रूस की संघीय सुरक्षा एजेंसी एफएसबी ने अगस्त में शोनोव की गिरफ्तारी की पुष्टि की थी। एफएसबी ने बोला था कि शोनोव पर ‘विशेष