ऑस्ट्रेलिया में बनाया जा रहा है पहला मानव ब्रेन-स्केल कंप्यूटर
ऑस्ट्रेलिया में शोधकर्ता दुनिया का पहला ब्रेन-स्केल कंप्यूटर बना रहे हैं जो अगले वर्ष औनलाइन हो जाएगा। पिछले मंगलवार (12 दिसंबर) को न्यूसाइंटिस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, डीपसाउथ नामक सुपरकंप्यूटर सिडनी में इंटरनेशनल सेंटर फॉर न्यूरोमॉर्फिक सिस्टम्स (आईसीएनएस) द्वारा इंटेल और डेल के साथ साझेदारी में बनाया जा रहा है। सुपर कंप्यूटर वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी में बनाया जाएगा।
रिपोर्ट में बोला गया है कि सामान्य कंप्यूटरों के विपरीत, डीपसाउथ के हार्डवेयर चिप्स को स्पाइकिंग न्यूरल नेटवर्क को लागू करने के लिए डिजाइन किया गया है, जो मस्तिष्क में सूचनाओं को संसाधित करने के ढंग को मॉडल करता है।
रिपोर्ट के अनुसार न्यूरोमॉर्फिक कंप्यूटर (डीपसाउथ के समान) पहले बनाए गए हैं लेकिन डीपसाउथ अब तक का सबसे बड़ा होगा। यह सुपरकंप्यूटर प्रति सेकंड 228 ट्रिलियन सिनैप्टिक ऑपरेशन करने में सक्षम होगा जो मानव मस्तिष्क में सिनैप्टिक ऑपरेशन की अनुमानित संख्या के बराबर है।
डीपसाउथ कैसे मददगार होगा?
न्यूसाइंटिस्ट से बात करते हुए, आईसीएनएस सदस्य और प्रोजेक्ट लीड आंद्रे वैन शेख ने बोला कि हालांकि डीपसाउथ किसी भी मौजूदा सुपर कंप्यूटर से अधिक ताकतवर नहीं होगा, लेकिन यह न्यूरोमॉर्फिक कंप्यूटिंग और जैविक दिमाग की समझ को आगे बढ़ाने में सहायता करेगा। उन्होंने कहा, ‘हमें यह बेहतर ढंग से सीखने की क्षमता की जरूरत है कि दिमाग कैसे काम करता है और वह जो करता है उसे कैसे करता है।’
इस बीच, जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के राल्फ एटियेन-कमिंग्स ने प्रकाशन को कहा कि डीपसाउथ विज्ञान के शोध को और अधिक तेजी से आगे बढ़ाएगा क्योंकि शोधकर्ता मस्तिष्क के मॉडल का बार-बार परीक्षण करने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा, ‘यदि आप मस्तिष्क को समझने की प्रयास कर रहे हैं तो यह इसे करने के लिए हार्डवेयर होगा।’ बता दें कमिंग्स इस परियोजना का हिस्सा नहीं हैं।
कमिंग्स ने कहा, ‘ दो प्रकार के शोधकर्ताओं की इसमें रुचि होगी- तंत्रिका विज्ञान का शोध करने वाले या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) में नए इंजीनियरिंग समाधानों का प्रोटोटाइप बनाने के इच्छुक लोग।’ उन्होंने बोला कि यह आनें वाले सुपरकंप्यूटर कंप्यूटिंग में बहुत अधिक ऊर्जा दक्षता का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।
इस सुपरकंप्यूटर के प्रमुख फायदा क्या हैं?
वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, डीपसाउथ बहुत कम बिजली का इस्तेमाल करके सुपर-फास्ट, बड़े पैमाने पर समानांतर प्रसंस्करण की सुविधा प्रदान करेगा। सुपरकंप्यूटर एक बड़ा सिस्टम बनाने के लिए अधिक हार्डवेयर जोड़ने या छोटे पोर्टेबल या अधिक लागत कारगर अनुप्रयोगों के लिए स्केलिंग की अनुमति देने वाला स्केलेबल होगा।
डीपसाउथ का एक और जरूरी फायदा एआई में होगा। बयान में बोला गया है, “मस्तिष्क की नकल करके, हम अपने मौजूदा मॉडलों की तुलना में एआई प्रक्रियाओं को करने के अधिक कुशल ढंग बनाने में सक्षम होंगे।”