अंतर्राष्ट्रीय

‘अबकी बार खिचड़ी सरकार’, जोड़-तोड़ का सिलसिला जारी

पाक चुनाव के बाद वहां खिचड़ी गवर्नमेंट बनने की आसार है ऐसा इसलिए क्योंकि गवर्नमेंट बनाने के लिए किसी भी पार्टी को साफ बहुमत नहीं मिला है और यहां जोड़-तोड़ का सिलसिला जारी है इस बीच 8 फरवरी के चुनावों में खराब प्रदर्शन के बाद पीएमएल-एन हरकत में नजर आ रही है हालांकि इमरान खान की पीटीआई से वह काफी पीछे है पीटीआई इस चुनाव में 93 सीट के साथ सबसे आगे नजर आ रही है पाकिस्तानी मीडिया की मानें तो नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन, जिसके पास नेशनल असेंबली में लगभग 75 सीटें हैं, ने ‘गठबंधन सरकार’ का विचार पेश किया है पहले ऐसी समाचार आ रही थी कि शरीफ को सेना का समर्थन प्राप्त है

पूर्व कानून मंत्री आजम नजीर तरार ने इस पूरी चुनावी प्रक्रिया को ‘हॉब्सन च्वाइस’ करार दिया उन्होंने बोला है कि किसी भी सियासी दल ने नेशनल असेंबली में बहुमत हासिल नहीं किया है, चुनाव ‘निष्पक्ष’ थे आपको बता दें कि पाक चुनाव को लेकर ये अवधारणा रही है कि यहां पीएम इलेक्ट नहीं होता बल्कि सलेक्ट किया जाता है माना जाता है कि चुनाव में पाकिस्तानी सेना का असर रहता है और जिसे वह चाहती है वही सत्ता पर काबिज होता है

  
 

गठबंधन गवर्नमेंट बनाने के लिए सबको आना चाहिए साथ

पीएमएल-एन नेता और पूर्व कानून मंत्री आजम नजीर तरार ने जाति उमरा में पार्टी के शीर्ष नेताओं की एक बैठक के बाद मीडिया से बात की इस बैठक में आगे की रणनीति तैयार की गई पूर्व मंत्री ने बोला कि पीएमएल-एन ने केंद्र में गवर्नमेंट बनाने के लिए अपने पूर्व सहयोगियों के साथ वार्ता प्रारम्भ कर दी है उन्होंने बोला कि सिर्फ़ पीएमएल-एन के समर्थन से (संघीय) गवर्नमेंट बनाने की आसार नजर आ रही है यह एक सहभागी गठबंधन गवर्नमेंट होगी यह राष्ट्र के बड़े भलाई में है कि सभी को संघीय गवर्नमेंट बनाने के लिए हाथ मिलाना चाहिए

एक नजर में जानें

  • पाकिस्तान के आम चुनाव में खंडित जनादेश सामने आने के बाद सियासी दलों ने गठबंधन गवर्नमेंट के गठन के लिए अपने कोशिश तेज कर दिए है
  • पाकिस्तान में आम चुनाव के लिए 8 फरवरी को मतदान हुआ था
  • आम चुनाव के आखिरी रिज़ल्ट घोषित किए गये हैं, जिसमें कारावास में बंद पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने 93 सीट पर जीत दर्ज की है
  • तीन बार के पूर्व पीएम नवाज शरीफ की पाक मुसलमान लीग-नवाज (पीएमएल-एन) 75 सीट जीतकर टेक्निकल संसद में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है
  • बिलावल जरदारी भुट्टो की पाक पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) को 54 सीट मिलीं हैं
  • विभाजन के दौरान हिंदुस्तान से आए उर्दू भाषी लोगों की मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाक (एमक्यूएम-पी) को 17 सीट मिली हैं
  • बाकी 12 सीट पर अन्य छोटे दलों ने जीत का परचम लहराया है

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