हाथियों का झुंड दर्जन किसानों के खेत में लहलहा रही धान की फसल को रौंदा
बिरनी प्रखंड में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाथियों का झुंड लगातार फसलों को निशाना बना रहा है। मंगलवार की रात झुंड प्रखंड के चानो पहुंचा और आधा दर्जन किसानों के खेत में लहलहा रही धान की फसल और काट कर रखे गये धान को रौंद दिया और चट कर गये। बुधवार की सुबह जब किसान अपने-अपने खेत देखने के लिए पहुंचे और धान की फसल की स्थिति देखी तो नष्ट को देखकर माथा पीटने लगे। हाथियों ने पूर्व प्रमुख सीताराम सिंह, रामचंद्र सिंह, भागीरथ सिंह, मोहन सिंह, राजेंद्र सिंह, दशरथ सिंह, सुरेश सिंह, कुंजो साव, विश्वनाथ सिंह समेत अन्य किसानों की 10 एकड़ जमीन पर लगी धान को नष्ट कर दिया। किसानों ने कहा कि रात में कोडरमा और हजारीबाग के बेहरवा जंगल से हाथी का झुंड निकलकर कर आता है और धान को चट करते हुए पुनः सुबह वापस लौट जाता है। सीतराम सिंह ने बोला कि पिछले सोमवार की रात भी हाथियों के झुंड ने उनका और अन्य कई किसानों की फसल को बर्बाद कर दिया था और पुनः दूसरे दिन मंगलवार रात को वापस लौट कर गांव चला आया। बोला कि हाथियों के आतंक से ग्रामीण काफी भयभीत है। किसानों में वन विभाग के ऑफिसरों के प्रति काफी गुस्सा है। विभाग हाथियों के आश्रय के लिए जल्द ही प्रबंध करे वरना ग्रामीणों का वन विभाग के ऑफिसरों के विरुद्ध आंदोलन किया जायेगा।
दो गुट में बंटा झुंड
वन विभाग के अधिकारी अबोध महथा ने कहा कि पहले 42 हाथियों का झुंड साथ में चल रहा था। बाद में हाथियों का झुंड बिछड़ कर दो गुटों में बंट गया। अब ग्रामीण बता रहे है कि इस झुंड में 38-39 हाथी हैं। चानो में किसानों को काफी हानि हुआ है। सभी को मुआवजा दिलाया जायेगा। बोला की हजारीबाग और कोडरमा क्षेत्र में हाथियों का बसेरा है। सीमा क्षेत्र के कारण हमारे हाथ बंधे हुए हैं। प्रयास हो रही है कि इस क्षेत्र से हाथियों को खदेड़ा जाये।