नए साल के जश्न में ड्रंक एंड ड्राइव पड़ेगा महंगा, लाइसेंस भी हो सकता है रद्द
क्रिसमस सेलिब्रेशन और नए वर्ष के उत्सव की खुमारी महंगी पड़ सकती है। इस दौरान शराब के नशे में गाड़ी चलाते पकड़े गए तो सीधा कारावास भेजे जा सकते हैं। रांची पुलिस शहर के विभिन्न जगहों पर औचक निरीक्षण कर रही है। रविवार को भी पुलिस ने यह अभियान चलाया। जिसमें 12 लोगों पर कार्रवाई हुई है। रांची ट्रैफिक पुलिस की ओर से रिंग रोड क्षेत्र के दलादली, रामपुर, नेवरी और पतरातू रोड में अभियान चलाया गया। ऐसे में क्रिसमस सेलिब्रेशन और नए वर्ष का उत्सव ढंग से करने की आवश्यकता है।
लाइसेंस भी हो सकता है रद्द
रांची ट्रैफिक पुलिस की ओर से ड्रंक एंड ड्राइव को रोकने को लेकर विशेष तैयारी की गई है। 15 फरवरी 2023 तक ट्रैफिक के जवान ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट के लिए ड्यूटी पर तैनात रहेंगे। जबकि 31 दिसंबर और एक जनवरी को विशेष ड्राइव चलाया जाएगा। नियमानुसार नशे में गाड़ी चलाते समय पकड़े जाने पर पुलिस आरोपी को अभियोजन के लिए न्यायालय भेज देती है। न्यायालय आरोपी को 15 हजार रुपए तक जुर्माना के साथ दो वर्ष तक कारावास की सजा सुना सकती है।
रैंडम चलेगा जांच अभियान
ट्रैफिक पुलिस के अनुसार 31 दिसंबर और एक जनवरी को दुर्घटनाओं को रोकने के लिए रैंडम ड्रंक एंड ड्राइव जांच अभियान चलेगा। यह कहां चलेगा इसकी जानकारी पुलिस ने पब्लिक नहीं की है। इस अभियान में लालपुर, कोतवाली, गोंदा और जगन्नाथपुर ट्रैफिक थाना प्रभारी के अतिरिक्त दोनों ट्रैफिक डीएसपी शामिल रहेंगे। इस रैंडम जांव अभियान में लोकल पुलिस स्टेशन को भी शामिल किया जाएगा। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस को 20 ब्रेथ एनालाइजर दिए गए हैं।
ड्रंक एंड ड्राइव बन रही मृत्यु की वजह
रांची परिवहन विभाग से मिले आंकड़े बताते हैं कि ड्रंक एंड ड्राइव मृत्यु की वजह बनती जा रही है। इसके शिकार सबसे अधिक 18 से 30 की उम्र के युवा हो रहे हैं। विभागीय आंकड़ों के मुताबिक बीते वर्ष दिसंबर 2022 में कुल 64 सड़क हादसे हुए हैं। जिनमें 44 लोगों की मृत्यु हो गई थी, वहीं 38 लोग बुरी तरह से जख्मी हुए। जनवरी 2023 में 64 हादसे सामने आए जिसमें 41 लोगों की मृत्यु हो गई, 35 बुरी तरह से जख्मी हुए। वहीं फरवरी 2023 महीने के 38 लोग सड़क हादसे में मृत्यु के गाल में समा गए।
साल 2022 में कुल 450 लोगों की सड़क हादसे मौत
आंकड़े का विश्लेषण बताता है कि मात्र 70 दिनों में 121 लोग सड़क हादसों में अपनी जान गंवा दी। सड़क हादसों में मरने वाले सबसे अधिक युवा हैं। बिना हेलमेट सवारी, तेज रफ्तार, शराब और ईयर बर्ड-हेडफोन का इस्तेमाल हादसों की प्रमुख वजहें सामने आई हैं। बीते दो वर्ष के आंकड़े देखें तो वर्ष 2021 में सड़क हादसों में जहां 448 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। वहीं वर्ष 2022 में कुल 450 लोग सड़क हादसे में अपनी जान गंवाई थी।