झारखण्ड

झारखंड में लगातार बढ़ रहे हैं HIV संक्रमित मरीज, एड्स पीड़ितों में युवा से लेकर बच्चे तक शामिल

झारखंड में एचआइवी संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है चिंता की बात यह है कि एड्स के प्रति जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के बावजूद यह आंकड़ा बढ़ रहा है एड्स पीड़ितों में बच्चे से लेकर युवा तक शामिल हैं साथ ही कई ट्रांसजेंडर भी संक्रमित पाये गये हैं स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ाें की मानें तो साल 2022-23 में 1,890 एचआइवी संक्रमितों की पहचान हुई है जबकि साल 2020-21 में 1,380 और साल 2021-22 में 1,452 संक्रमित मिले थे अभी झारखंड में 15,326 एचआइवी संक्रमितों का उपचार एआरटी सेंटर के माध्यम से किया जा रहा है

हजारीबाग में सबसे संक्रमित :

राज्य के हजारीबाग जिला में सबसे अधिक एचआइवी संक्रमित चिह्नित किये गये हैं आंकड़ाें के अनुसार, हजारीबाग में कुल 3,465 संक्रमित पाये गये हैं इसमें 1,406 पुरुष और 1,719 महिलाएं संक्रमित है वहीं, जिले के 339 बच्चे एचआइवी से पीड़ित हैं इसमें 205 बच्चे और 134 बच्चियां शामिल हैं जमशेदपुर में 2,409 संक्रमित पाये गये हैं, जिसमें 1,357 पुरुष, 861 स्त्री और 142 बच्चे शामिल हैं

चक्रधरपुर में एक दशक में 45 हजार से अधिक की HIV जांच, 12 की मौत, 60 रोगियों का चल रहा उपचार रांची में 1,476 एचआइवी पीड़ित चिह्नित किये गये हैं, इसमें 767 पुरुष, 580 स्त्री और 128 बच्चे शामिल हैं वहीं, स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस वर्ष 6,22,140 लोगों में एचआइवी की जांच की गयी, जिसमें 975 संक्रमित मिले इनको एआरटी सेंटर से जोड़ा गया इसके अतिरिक्त 25,433 जोखिम क्षेत्र में काम करनेवाले लोगों की जांच की गयी, जिसमें 10 पीड़ित पाये गये वहीं, सरकारी योजना के अनुसार 7,660 संक्रमितों को पेंशन योजना से जोड़ा गया है इसके अतिरिक्त 9,612 को राशन कार्ड और 7,215 को आयुष्मान कार्ड का फायदा दिया गया है 175 एचआइवी पीड़ित बच्चों को एकीकृत बाल संरक्षण योजना के अनुसार 4,000 रुपये का मासिक आर्थिक सहायता दिया जा रहा है

61 ट्रांसजेंडर भी एचआइवी से संक्रमित :

झारखंड में एचआइवी संक्रमितों में ट्रांसजेंडर भी शामिल हैं आंकड़ों के अनुसार, राज्य में 61 ट्रांसजेंडर एचआइवी से पीड़ित हैं इसमें सबसे अधिक 49 संक्रमित जमशेदपुर के हैं इसके अतिरिक्त धनबाद में पांच, चाईबासा में दो, देवघर में एक, हजारीबाग में एक, कोडरमा में एक, रांची में एक और साहिबगंज में एक संक्रमित शामिल हैं

क्या है एड्स

एक्वायर्ड इम्यून डिफिशिएंसी सिंड्रोम (एड्स) एक लाइलाज रोग है, जो ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंसी वायरस (एचआइवी) के कारण होता है एड्स बीमारी के बारे में सतर्क करने और रोग से बचाव के लिए हर वर्ष एक दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है यह संक्रमित रक्त चढ़ाने, संक्रमित आदमी को लगे इंजेक्शन का दूसरे आदमी पर इस्तेमाल करने के अतिरिक्त गर्भावस्था, प्रसव या स्तनपान के दौरान मां से उसके बच्चे में होने का खतरा भी रहता है

ये हैं भ्रांतियां, इससे नहीं फैलता संक्रमण

  • हाथ मिलाने से
  • संक्रमित आदमी के छींकने और खांसने से निकलने वाली ड्रॉपलेट से
  • संक्रमित आदमी के साथ भोजन करने से
  • संक्रमण आदमी के साथ घूमने या टहलने से

आज से चलेगा विशेष अभियान

एचआइवी संक्रमण से बचाव के लिए एक दिसंबर से पूरे राज्य में जागरूकता अभियान चलाया जायेगा अभियान के अनुसार स्क्रीनिंग भी किया जायेगा इसके लिए किट मंगाया गया है, जिसका इस्तेमाल ट्रक चालकों, कारावास के कैदी और जोखिम भरे कामों में लगे कर्मचारियों के बीच किया जायेगा

जिलावार रिपोर्ट

जिला पुरुष स्त्री बच्चे

बोकारो 338 251 35

देवघर 385 358 58

धनबाद 716 528 96

डालटेनगंज 656 634 86

दुमका 170 186 18

गिरिडीह 615 695 47

गुमला 76 70 17

हजारीबाग 1406 1719 339

जमशेदपुर 1357 861 142

कोडरमा 452 532 75

रांची 767 580 128

साहिबगंज 249 265 48

चाईबासा 173 125 14

आंकड़ों से समझें कैसे बढ़े राज्य में संक्रमित

2020-21 1380

2021-22 1452

2022-23 1880

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