आप साल के पहले दिन को पूरे साल यादगार बनाना चाहते हैं, तो इस डैम पर लें पिकनिक का मजा
नव साल पर यदि आप वर्ष के पहले दिन को पूरे वर्ष यादगार बनाकर रखना चाहते हैं तो पिकनिक मनाने के लिए आप अपने परिवार के साथ तिलैया डैम पहुंच सकते हैं। यहां पर प्राकृतिक सुंदरता एवं मनोरम वादियां लोगों को अपनी तरफ काफी आकर्षित करती है। बंगाल में प्रत्येक साल आने वाले विशाल बाढ़ की त्रासदी से बचने के लिए एवं बिजली उत्पादन केंद्र और सिंचाई की सुविधा मौजूद कराने को उद्देश्य यह डैम का निर्माण कराया गया था। जो आज पर्यटकों के लिए पहली पसंद बनी हुई है।
75 साल पुराना है तिलैया डैम
नव साल पर यहां प्रत्येक वर्ष कोडरमा, बरही, हजारीबाग समेत पड़ोसी राज्य बिहार से हजारों की संख्या में लोग अपने परिवार के साथ पिकनिक मनाने पहुंचते हैं। कोडरमा जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर दक्षिण पूर्व एवं दामोदर नदी के उत्तरी छोर पर तिलैया डैम स्थित है। इसका निर्माण अविभाजित बिहार एवं बंगाल गवर्नमेंट के संयुक्त कोशिश से 1948 में किया गया था। तब तत्कालीन पीएम पंडित जवाहरलाल नेहरू ने तिलैया डैम का उद्घाटन किया था।
सूर्यास्त और डैम के ऊपर से गुजराती रेल लोगों को करती है आकर्षित
तिलैया डैम के जवाहर पुल के नजदीक डैम के ऊपर से गुजरती रेल लाइन एवं सूर्यास्त का पल लोगों को अनायस आकर्षित करती है। डैम के बीच में एक छोटा टापू भी स्थित है। इसके अलावे टापू नुमा चेचरो पार्क पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करती है। तिलैया डैम में 350 मीटर लंबा और 33 मी ऊंचा बांध का निर्माण कराया गया है। यहां पन विद्युत उत्पादन केंद्र भी संचालित है।
100 रूपये में बोटिंग का लें आनंद
तिलैया डैम में प्राकृतिक सुंदरता के बीच पिकनिक मनाने पहुंचने वाले लोगों को नौका विहार का भी भरपूर आनंद मिलता है। तिलैया डैम में अभी 25 की संख्या में नौका संचालित है। जिसमें एक डबल डेकर बोट भी लोगों को नौका विहार के लिए मौजूद है। यहां 100 रूपये प्रति आदमी की रेट से लोग तिलैया डैम में नौका विहार का आनंद लेते हैं। वहीं डबल डेकर बोट में करीब 20 व्यक्तियों के बैठने की प्रबंध है। लोग नौका विहार का आनंद सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक ले सकेंगे। सुरक्षा को लेकर नौका पर सवार होने वाले सभी लोगों के लिए लाइफ जैकेट की प्रबंध की गई है।