झारखण्ड

28 सितंबर को रखा जाएगा भाद्र पद पूर्णिमा का व्रत, जानें

हिन्दू धर्म के मुताबिक भाद्रमाह की पूर्णिमा का अपना अलग ही महत्व है इस दिन जातक व्रत रखकर ईश्वर विष्णु की पूजा अराधना करते है और सतनारायण कथा सुनने की भी परंपरा है यह पूर्णिमा इसलिए भी खास है क्योंकि इस पूर्णिमा मे ईश्वर विष्णु के साथ ईश्वर भोलेनाथ की भी पूजा अराधना करने से इच्छा पूरी होती हैं वही, ज्योतिषआचार्य बताते है कि भाद्रमाह का पूर्णिमा में पितरो की भी पूजा की जाती है साथ ही इस दिन पितरो का तर्पण करने से परिवार में सुख समृद्धि बनी रहती है आइए देवघर के ज्योतिषआचार्य से जानते है कि कब है भाद्रपद की पूर्णिमा और कब है पूजा का शुभ मुहूर्त?

देवघर के मशहूर ज्योतिषआचार्य पंडित नन्दकिशोर कहा कि सनातन धर्म में भाद्रपद पूर्णिमा का विशेष महत्व है वह इसलिए क्योंकि इस दिन ईश्वर विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा के साथ-साथ ईश्वर शिव की भी पूजा आराधना करनी चाहिए जो भी जातक ईश्वर शिव और ईश्वर विष्णु की पूजा आराधना करते हैं उनको दोगुना फल की प्राप्ति होती है और सारे कष्ट का निवारण हो जाता है ईश्वर शिव को पूर्णिमा के दिन यदि आप जलाभिषेक कर एक धतूरा का फूल अर्पण करते हैं तो घर में सुख समृद्धि बनी रहेगी वहीं, यदि आप आर्थिक तंगी से परेशान है तो इस दिन माता लक्ष्मी को कमल का पुष्प अर्पण करें धन की प्राप्ति होगी

इस दिन होगा पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त 

ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि इस वर्ष भाद्रपद का पूर्णिमा का व्रत 28 सितंबर दिन बृहस्पतिवार को पड़ रहा है जबकि स्नान, दान और सत्यनारायण कथा सुनने का पूर्णिमा 29 सितंबर को है भाद्रपद का पूर्णिमा 2 दिन रहती है वहीं, इस पूर्णिमा की आरंभ 28 सितंबर शाम के 06:17 मिनट से प्रारंभ हो रहा है और समाप्ति अगले दिन 29 सितंबर शाम 4:02 मिनट तक रहने वाला है वही, भाद्रपद पूर्णिमा का व्रत रखने का दिन 28 सितंबर है जबकि स्नान दान और सत्यनारायण कथा सुनने का पूर्णिमा 29 सितंबर को है पूर्णिमां में रात के समय यानी चंद्रोदय को देखा जाता है इसलिए व्रत 28 सितंबर को रखा जाएगा वही, सतनारायण कथा सुनने की शुभ मुहूर्त 29 सितंबर को सुबह 6:18 मिनट से लेकर 09:53 मिनट तक है

पूर्णिमा के दिन ना करें ये काम

पूर्णिमा के दिन किसी भी प्रकार का तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए जैसे- मटन, चिकन, शराब, लहसुन, प्याज आदि का सेवन बिलकुल भी ना करें इससे घर पर अशुभ असर पड़ता है यदि आप ऐसा करते हैं तो मां लक्ष्मी और ईश्वर विष्णु नाराज हो जाते हैं जिससे घर में हमेशा आर्थिक तंगी बनी रहेगी

पूर्णिमा के दिन घर पर करें ये काम

ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि पूर्णिमा के दिन घर में सत्यनारायण कथा सुनने का महत्व है इसके साथ ही स्नान दान का भी महत्व है यदि आप पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण कथा सुनते हैं तो इससे मोक्ष की प्राप्ति होती है आदमी समस्त भौतिक सुखों को त्याग कर बैकुंठ लोक में जाता है इसके साथ ही पूर्णिमा के दिन पूजा, जप, तप और दान करने से फायदा प्राप्त होता है

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