जाने कब है अनंत चतुर्दशी ओर क्या है शुभ मुहूर्त…
देवघर।प्रत्येक वर्ष भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथी को मनाया जाता है। अनंत चतुर्दशी ईश्वर विष्णु को समर्पित है।इस दिन जातक व्रत रखकर ईश्वर विष्णु की पूजा अराधना की जाती है।अनंत चतुर्दशी का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है क्योंकि इस दिन ईश्वर गणेश का विसर्जन किया जाता है।वही ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि अनंत चतुर्दशी के दिन ईश्वर विष्णु ने चौदह लोकों की रक्षा के लिये चौदह रूप का धारण किया था। आईये देवघर के ज्योतिषआचार्य से जानते हैं कब है अनंत चतुर्दशी ओर क्या है शुभ मुहूर्त।
क्या कहते है ज्योतिषाचार्य
देवघर के मशहूर ज्योतिषआचार्य पंडित नन्दकिशोर मुदगल ने बोला की अनंत चतुर्दशी मे ईश्वर विष्णु के अंनत रूप की पूजा जाती है। इस दिन जातक संकल्प लेकर 14 गांठ वाले सूत्र हाथो मे बांधा जाता है।इसको बाँधने से संकटों का नाश होता है और सुख समृद्धि घर मे बनी रहती है।वही इस वर्ष अनंत चतुर्दशी का व्रत 28 सितम्बर को रखा जाएगा।अंनत चतुर्दशी मे ही ईश्वर गणेश का विषर्जन किया जाता है।साथ ही कुछ खाना वर्जित रहता है।
इस दिन ना खाएं नमक :
अनंत चतुर्दशी का दिन बहुत शुभ माना जाता है क्युकी इस दिन ईश्वर गणेश का विसर्जन किया जाता है। लेकिन इस दिन नमक वर्जित रहता है, जो लोग व्रत रखते है वो तो नमक नहीं ही खाएंगे, लेकिन जो व्रत नहीं करने वाले भी नमक का सेवन एकदम नहीं करे। इससे पूरे परिवार पर नकारात्मक असर पड़ता है।
क्या है अनंत चतुर्दशी शुभ मुहूर्त :
अनंत चतुर्दशी भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष चतुर्दशी तिथी को मनाया जाता है। वही चतुर्दशी तिथि की आरंभ 27 सितम्बर की रात 08 बजकर 49मिनट से हो रहा है ओर समाप्ति अगले दिन 28सितम्बर को शाम के 06बजकर 32मीनट मे हो रहा है।इसलिए उदयातिथी के मुताबिक अनंत चतुर्दशी का व्रत 28सितम्बर को रखा जाएगा।वही इस दिन ईश्वर गणेश का भी विषर्जन किया जाता है। इसलिय ईश्वर गणेश का विसर्जन करने का शुभ मुहूर्त सुबह 9बजकर 43मिनट से लेकर दोपहर 03बजकर 05मिनट तक रहने वाला है।