झारखण्ड

प्रदोष व्रत के दिन किन राशि के ऊपर बरसेगी भगवान शिव की विशेष कृपा…

देवघर जिस प्रकार भाद्र माह के शुक्ल पक्ष के एकादशी को यानी परिवर्तिनी एकादशी के दिन ईश्वर विष्णु करवट बदलते हैं उसी प्रकार भाद्र माह के शुक्ल पक्ष के प्रदोष व्रत में ईश्वर शिव अपना आसन मुद्रा बदलते हैं, जिसे शिव बदलाव उत्सव कहते हैं इस दिन लोग यदि एक छोटा से तरीका कर ले तोह उसपर ईश्वर शिव की विशेष कृपा बरसती है वही, इसके साथ ही चार राशि वालों के ऊपर विशेष कृपा बरसेगी तोह आईये देवघर के ज्योतिषआचार्य से जानते है कि प्रदोष व्रत के दिन क्या तरीका करे ओर कोन सी है वह चार राशि जिसके ऊपर ईश्वर शिव की विशेष कृपा बरसेगी

क्या कहते हैं ज्योतिषआचार्य?
देवघर के मशहूर ज्योतिषआचार्य पंडित नन्द किशोर मुदगल ने लोकल 18के संवाददाता को जानकारी देते हुए बोला कि जिस प्रकार एकादशी ईश्वर विष्णु को समर्पित है उसी प्रकार प्रदोष ईश्वर शिव को समर्पित है भाद्रमाह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को ईश्वर विष्णु करवट लेते है वही, भाद्रमाह के शुक्ल पक्ष के प्रदोष के दिन यानी भाद्रमाह का आखिरी प्रदोष के दिन ईश्वर शिव ध्यान करते वक़्त अपना आसन बदलाव करते है जिसे आसन बदलाव उत्सव भी कहते है भाद्रमाह का आखिरी प्रदोष व्रत 27 सितंबर को है इस दिन जातक यदि ईश्वर शिव के ऊपर जलाभिषेक कर एक धतूरा, एक कनेल का फुल, एक शम्मी पत्ता ओर षोडशोपचार विधि से पूजा आराधना करते है तोह बड़ी से बड़ी परेशानी खत्म हो जायेगी इसके साथ ही इस दिन से चार राशि के ऊपर ईश्वर शिव के विशेष कृपा रहेगी

वृश्चिक राशि-
भगवान शिव अपना जब आसन बदलाव करेंगे तो वृश्चिक राशि जातक वाले के ऊपर विशेष कृपा बरसेगी शनि की कुदृष्टि खत्म हो जाएगी जिससे हर कार्य सफल होगा जो भी मन में सोचा हुआ कार्य है वह जरूर पूरा होगा गाड़ी हादसा से बचेंगे मन एकदम शांत रहेगा घर में मांगलिक कार्य संपन्न हो सकता है भाद्र माह के अंतिम प्रदोष के दिन ईश्वर शिव पर जलाभिषेक जरूर करें

मकर राशि –
सबसे अधिक कष्टकारी अभी मकर राशि है मकर राशि जातक के ऊपर शनि का साढ़ेसाती चल रहा है और जब किसी राशि जातक के ऊपर शनि का साढ़ेसाती चलता है तो मन परेशान रहता है बना बनाया कार्य बिगड़ जाता है लेकिन ईश्वर शिव आसन बदलाव जब करेंगे तो मकर राशि के ऊपर ईश्वर शिव की विशेष कृपा बरसेगी और शनि की साढ़ेसाती खत्म हो जाएगी जिससे मकर राशि वालों के लिए अच्छा समय आ जाएगा ईश्वर शिव को प्रसन्न करने के लिए मकर राशि वाले भाद्रमाह का अंतिम प्रदोष व्रत के दिन ईश्वर शिव के ऊपर धतूरा का फुल ओर शम्मी पुष्प अर्पण करे

कुम्भ राशि –
जब शिव प्रदोष व्रत के दिन अपना आसन बदलाव करेंगे तो सबसे अधिक असर कुंभ राशि पर पड़ने वाला है क्योंकि अभी शनि कुंभ राशि पर ही विराजमान है 27 सितंबर के बाद कुंभ राशि का समय बदलने वाला है मन शांत रहेगा, भाग्य साथ देने वाला है जो भी आप कार्य सोचे हुए हैं वह जरूर पूर्ण होगा
समाज में मान प्रतिष्ठा की बढ़ोतरी होगी भाद्र माह के अंतिम प्रदोष व्रत के दिन ईश्वर शिव के ऊपर अभिषेक कर कनेल का फुल अर्पण करे शनि का असर खत्म हो जाएगा

मीन राशि –
मीन राशि वालों के ऊपर शनि का साढ़ेसाती चल रहा है देखा जाए तो एक तरह से सबसे बुरा समय मीन राशि जातक वालों के लिए ही चल रहा है लेकिन भद्र मां के अंतिम प्रदोष व्रत के दिन मीन राशि वालों के लिए किस्मत चमकने वाली है उसे दिन ईश्वर शिव अपना आसन बदलाव करने वाले हैं जिससे मीन राशि जातक वालों के ऊपर विशेष कृपा बरसेगी उस दिन यदि मीन राशि वाले ईश्वर शिव के ऊपर अभिषेक कर षोडशोपचार विधि से ईश्वर शिव की पूजा आराधना करते हैं तो परिवार में सुख समृद्धि की प्राप्ति होगी व्यापार में बड़ी धन का फायदा होगा और शनि की साढ़ेसाति का असर भी खत्म हो जाएगी

Related Articles

Back to top button