देश में होने वाली प्रति 100 दुर्घटनाओं में झारखंड में 75.3 लोगों की हो रही मौते, जाने वजह
रांची : झारखंड में दुर्घटनाओं की रफ्तार बढ़ी है। साल 2020 और 2021 की तुलना में 2022 में सड़क दुर्घटनाएं और उससे होनेवाली मौतों की संख्या बढ़ी है। साल 2021 की तुलना में साल 2022 में 385 लोगों की अधिक मृत्यु हुई है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक झारखंड में प्रत्येक दिन सड़क हादसों में 10 लोगों की मृत्यु हो रही है। हादसों की गंभीरता के अनुसार राष्ट्र में होनेवाली प्रति 100 दुर्घटनाओं में झारखंड में 75.3 लोगों की मृत्यु हो रही है। इस पैमाने पर झारखंड का राष्ट्र में चौथा जगह है।
रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2020 में 4405 सड़क हादसों में 3044 लोगों की मृत्यु हुई थी। वहीं, साल 2021 में 4728 सड़क हादसों में 3513 लोगों की जान गयी। जबकि, साल 2022 में 5175 सड़क हादसों में 3898 लोगों की मृत्यु हो गयी। इन हादसों में 88% लोगों की मृत्यु ओवर गति से हुई। 46% वैसे लोगों की जान गयी, जिन्होंने हेलमेट नहीं पहना था। जान गंवानेवालों में 38 प्रतिशत वैसे लोग शामिल थे, जिन्होंने सीट बेल्ट नहीं पहना था। सड़क हादसा में 32% लोग ऐसे थे जिनकी उम्र 18 से 45 साल के बीच दर्ज की गयी है।
किस गाड़ी से कितने हादसे
वाहन हादसे मौत
दो पहिया 39% 44%
ऑटो 04% 04%
कार, जीप, टैक्सी 18% 15%
बस 02% 01%
ट्रक 14% 12%
कंटेनर, लॉरी 04% 03%
ट्रैक्टर और छोटा मालवाहक 06% 07%
साइकिल 02% 03%
झारखंड में कुल 142 ब्लैक स्पॉट
राज्य के विभिन्न जिलों में कुल 142 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किये गये हैं। इसमें रामगढ़ में सर्वाधिक 27, धनबाद में 19, गुमला में 18, बोकारो में 16 और रांची में आठ स्पॉट शामिल हैं।
सेफ्टी और बिना सेफ्टी पर हादसे
चालक की स्थिति मृत्यु घायल
हेलमेट पहनने के बाद 14 प्रतिशत 15 %
हेलमेट नहीं पहनने पर 46 प्रतिशत 25 %
सीट बेल्ट लगाने के बाद 13 प्रतिशत 14 %
सीट बेल्ट नहीं लगाने पर 38 प्रतिशत 35 प्रतिशत