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फरवरी में होने जा रहा है कमाल, आसमान में दिखेगा बर्फीला चांद

प्रेमी जोड़े फरवरी को बेसब्री से इतंजार कर रहे होते हैं फरवरी आ भी गए और वैलेंटाइन वीक प्रारम्भ होने वाला है लेकिन इस बार फरवरी में कई ऐसी घटनाएं होने वाली हैं, जिसे आपको जरूर देखना चाहिए यदि आप खगोलीय घटना में रूचि रखते हैं 28 दिन के इस महीने में कई खगोलीय घटनाओं के साथ बर्फीला चन्द्रमा भी दिखने वाला है आइये जानते हैं कि फरवरी में क्या क्या देखने को मिल सकता है

8 फरवरी
α-सेंटॉरिड उल्कापात या अल्फा सेंटॉरिड्स उल्कापिंड 28 जनवरी से 21 फरवरी तक एक्टिव रहता है लेकिन वैलेंटाइन वीक की आरंभ में ही ये सबसे अधिक चमकीला होता है आठ फरवरी को इस उल्कापिंड को सरलता से देखा जा सकता है आकाश के चौथे सबसे चमकीले तारे को अल्फा सेंटॉरी के नाम दिया गया है यदि आप इसे देखना चाहते हैं तो 8 फरवरी से 9 फरवरी के बीच देख सकते हैं बोला तो ऐसा भी जा रहा है कि 8 फरवरी को दो चन्द्रमा दिखाई देंगे इसमें एक वास्तविक चन्द्रमा होगा जबकि एक उसकी परछाई होगी

9 फरवरी
9 फरवरी को अमावस्या है, चंद्रमा अपने “नए” चरण में प्रवेश करेगा इस घटना को हम देख नहीं पाएंगे, क्योंकि पृथ्वी के फ्रंट पर सूर्य का प्रकाश नहीं पड़ेगा ऐसे में चन्द्रमा को देखमा कठिन है बता दें कि चन्द्रमा चार सप्ताह में पृथ्वी की परिक्रमा करता है चंद्रमा के चार चरण होते हैं जिनमें अमावस्या, पहली तिमाही, पूर्णिमा और आखिरी तिमाही शामिल हैं

15 फरवरी
15 फरवरी को मंगल और प्लूटो का उदय एक साथ ही होगा दोनों को आप सरलता से देख सकते हैं इन्हें देखने के लिए दूरबीन की आवश्यकता पड़ेगी 15 फरवरी को ही ‘अपल्स’ की घटना होने वाली है जब चंद्रमा बृहस्पति के बहुत करीब से गुजरेता है तो इसे ‘अपल्स’ बोला जाता है दोनों को आप बिना की उपक्रम के अपनी आखों से देख पाएंगे 15 फरवरी को 18:24 बजे इसे आप देख सकते हैं

22 फरवरी
फरवरी में ही एक और दिलचस्प घटना होने वाली है खगोलीय घटनाओं में रूचि रखने वाले लोगों को देखना बड़ा ही दिलचस्प होगा शुक्र और मंगल बहुत करीब आने वाले हैं 22 फरवरी को इस घटना को आप देखते हैं

24 फरवरी को दिखेगा बर्फीला चांद
बर्फीले चांद को स्नो मून भी बोला जाता है बोला जाता है इस समय जमीन पर बर्फ ही बर्फ होगी कुछ जगहों पर इसे हंग्री मून भी बोला जाता है 24 फरवरी को सुबह साढ़े 4 बजे पूर्णिया पूर्ण होगी बोला जा रहा है कि फरवरी की पूर्णिमा एक “माइक्रोमून” है, जिसका अर्थ है कि यह पृथ्वी से सबसे दूर, लगभग 252,225 मील दूर होगा

इसके अतिरिक्त भी कई नया खगोलीय घटनाएं होनी वाली हैं वैलेंटाइन डे के बाद बृहस्पति और मंगल ग्रह रात में एक आसपास दिखाई देने वाले हैं बोला जा रहा है कि दोनों एक दूसरे को किस करते दिखाई देंगे इतना ही नहीं,चंद्रमा, बृहस्पति और शुक्र एक साथ नजर आने वाले हैं हालांकि इसे देखने एक लिए हमें दूरबीन जैसे उपकरण की आवश्यकता होगी

ये घटनाएं इसी महीने में हो रही हैं और प्रेमी जोड़े वैलेंटाइन मनाने की तैयारी कर रहे हैं तो खगोलीय घटनाओं में दिलचस्पी रखने वालों को भी इस महीने बहुत कुछ देखने को मिलने वाला है

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