पशुपालक की तलाशी के दौरान चंबल नदी से मिला मानव अंग के अवशेष

Karauli: सपोटरा उपखंड की करणपुर उपतहसील के डंगरिया गांव में चंबल नदी में दूसरे दिन भी पशुपालक की तलाश की गई है। तलाश कार्य में सिविल डिफेंस क्षेत्रीय पुलिस और ग्रामीणों का भी योगदान लिया है। तलाशी के दौरान चंबल नदी से मानव अंग के कुछ अवशेष मिले हैं। सिविल डिफेंस की टीम स्पीड बोट की सहायता से तलाश में जुटी रही। बाद में चंबल से मिले अवशेष के आधार पर पशुपालक का आखिरी संस्कार कर दिया। वहीं घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री रमेश मीणा डंगरिया गांव पहुंचे और तलाशी अभियान की जानकारी ली है। साथ ही ऑफिसरों को आवश्यक निर्देश दिए हैं
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पंचायती राज मंत्री रमेश मीना ने पशुपालक के परिवारजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया और हर संभव सहायता का भरोसा दिया है। साथ ही टेलीफोन पर सीएम से वार्ता कर क्षेत्रवासियों को चंबल में मगरमच्छ के आतंक से राहत दिलाने की भी मांग की।
यहां उल्लेखनीय है कि डगरिया गांव स्थित खांचे में चंबल नदी के घाट पर शुक्रवार को मगरमच्छ ने एक पशुपालक पर हमला कर दिया था। हमले के बाद मगरमच्छ पशुपालक को चंबल नदी में खींच कर ले गया। जहां शुक्रवार अंधेरा होने के कारण तलाशी अभियान रोक दिया था। शनिवार सुबह एक बार फिर तलाशी अभियान प्रारम्भ किया है। डंगरिया गांव निवासी पशुपालक सरवन कोली पुत्र मनकू कोली (50) वर्षीय जंगल में बकरी चराने आया था। इस दौरान पशुपालक पोटली में बंधे अपने खाने (भोजन) को खाने से पहले हाथ धोने चंबल नदी के किनारे पर गया था।
चंबल किनारे घात लगाए बैठे मगरमच्छ ने पशुपालक पर हमला कर दिया। हमले के बाद मगरमच्छ अपने जबड़े में पकड़कर पशुपालक को गहरे पानी में ले गया। इस दौरान पशुपालक कुछ देर चिल्लाया लेकिन मगरमच्छ से बचने के लिए संघर्ष नही कर सका। उसका भोजन और कपड़े किनारे पर ही रह गए। सूचना पर करणपुर थाना पुलिस और ग्रामीणों की भीड़ मौके पर जमा हो गई सूचना के बाद करौली से सिविल डिफेंस की टीम भी मौके पहुंची है। जहां पशुपालक को रेस्क्यू करने का कोशिश किया जा रहा है।