मुजफ्फरनगर में एक स्कूल टीचर क्लास में एक बच्चे को बाकी बच्चों से पिटवाती आई नाजर
Muzaffarnagar School Video: उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर के एक विद्यालय का बहुत दंग करने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि विद्यालय टीचर क्लास में एक बच्चे को बाकी बच्चों से पिटवा रही है। दावा किया जा रहा है कि जिस बच्चे को बाकी विद्यार्थी थप्पड़ मार रहे हैं, वो मुसलमान है। मुद्दा तुल पकड़ता देख मुजफ्फरनगर पुलिस ने इस मुद्दे में कार्रवाई की बात कही है।
दरअसल, मुजफ्फरनगर जिले में खुब्बापुर गांव के नेहा पब्लिक विद्यालय में यूकेजी क्लास में पढ़ने वाला विद्यार्थी पांच का पहाड़ा नहीं सुना पाया। इस पर टीचर भड़क गईं। उन्होंने विद्यार्थी के साथियों से उसे पिटवा दिया। यही नहीं, टीचर ने विद्यार्थी के धर्म को लेकर टिप्पणी भी की।
वहीं, इस पूरी घटना का वीडियो भी सामने आ गया। जिसमें देखा जा सकता है कि 7 वर्ष का विद्यार्थी टीचर के बगल में खड़ा है। वह रो रहा है, जबकि क्लास के दूसरे बच्चे बैठे हैं। टीचर अपने सामने बैठे एक शख्स से कह रही हैं कि उन्होंने बच्चे को 5 का टेबल तक याद करा दिया था, मगर वह भूल गया।
इसी दौरान वह थप्पड़ मारने वाले बच्चों को बल से मारने के लिए कहती हैं। इसके बाद एक बच्चा उठकर शिक्षिका के पास खड़े विद्यार्थी के पास आता है और उसको जोरदार थप्पड़ लगा देता है। इस पर मैडम बोलती हैं कि ताकत नहीं है क्या?’ मार पड़ते ही बच्चा तेजी से रोने लगता है, मगर टीचर का दिल नहीं पसीजता है।
फिलहाल, वीडियो सामने आने बाद बीएसए शुभम शुक्ला ने जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही विद्यालय मैनेजमेंट को नोटिस भी भेजा है। वहीं, विद्यार्थी के पिता ने बोला कि मैं अब अपने बच्चे को उस विद्यालय में नहीं पढ़ाऊंगा। मेरी मांग है कि पिटाई करवाने वाली शिक्षिका के विरुद्ध कार्रवाई की जाए।
कार्रवाई पर चुप्पी, वीडियो पर सफाई
पुलिस ने शिक्षिका पर देर रात तक कार्रवाई के संबंध में कोई साफ जानकारी नहीं दी। हालांकि पुलिस ऑफिसरों ने शिक्षिका के वीडियो पर सफाई जरूर दी है। यह बताने की प्रयास की गई है कि शिक्षिका वीडियो में क्या कह रही है।
राजनीतिक रंग भी चढ़ने लगा
अब टीचर द्वारा विद्यार्थी पर की गई धार्मिक टिप्पणी और पिटाई की गूंज लखनऊ और दिल्ली तक हुई है। सोशल मीडिया ग्रुप में एक-दूसरे पर टिप्पणी की जा रही है। शनिवार को मुद्दे के और अधिक तूल पकड़ने के आसार नजर आ रहे हैं।
राहुल गांधी ने भाजपा को घेरा
इस मुद्दे को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए कांग्रेस पार्टी सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट कर बोला कि मासूम बच्चों के मन में भेदभाव का जहर घोलना, विद्यालय जैसे पवित्र जगह को नफरत का बाजार बनाना। एक शिक्षक राष्ट्र के लिए इससे बुरा कुछ नहीं कर सकता। ये भाजपा का फैलाया वही केरोसिन है जिसने हिंदुस्तान के कोने-कोने में आग लगा रखी है। बच्चे हिंदुस्तान का भविष्य हैं- उनको नफरत नहीं, हम सबको मिल कर मोहब्बत सिखानी है
चौधरी जयंत का ट्वीट
रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने ट्वीट कर बोला कि मुजफ्फरनगर में विद्यालय का वीडियो एक भयावह चेतावनी है कि कैसे गहरी जड़ें जमा चुके धार्मिक विभाजन हाशिये पर पड़े अल्पसंख्यक समुदायों के ख़िलाफ़ अत्याचार को भड़का सकते हैं। मुजफ्फरनगर के हमारे विधायक यह सुनिश्चित करेंगे कि उत्तर प्रदेश पुलिस स्वत: मुद्दा दर्ज करे और बच्चे की शिक्षा बाधित न हो
रालोद प्रवक्ता का ट्वीट
रालोद प्रवक्ता रोहित अग्रवाल ने ट्वीट कर बोला कि नफ़रती टीचर तृप्ता त्यागी के खिलाफ तहरीर दी जा रही है। कल सुबह सूरज की पहली किरण से पहले यदि इनको अरैस्ट नहीं किया गया तो बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहिए। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने भी विद्यालय के ख़िलाफ़ जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया क्योंकि विद्यालय बिना अनुमति के घर में चल रहा था। राष्ट्रीय लोक दल भाईचारा चाहता है। इस ढंग की घटनाओं से बच्चों के मानसिक अवसाद उत्पन्न होगा जो की खतरनाक है।
इसके उत्तरदायी योगी और उनकी नफरती सोच- ओवैसी
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने वीडियो ट्वीट कर बोला कि यह वीडियो उत्तर प्रदेश का है। टीचर एक मुस्लिम बच्चे को क्लास के बाकी बच्चों से पिटवा रही है। इस पर फख्र भी कर रही है। बच्चे के पिता ने उसे विद्यालय से निकाल लिया और लिखित में दे दिया की वह कोई कार्रवाई नहीं करवाएंगे। पिता का मानना है कि उन्हें न्याय की कोई आशा नहीं है।
उन्हें डर है के “माहौल” खराब हो जाएगा। “जो क्राइम करेगा, उसको ठोक दिया जाएगा”, ये आपकी नीति है ना? तो अब ऐसा क्यों के पुलिस इस टीचर को जाने दे रही है? इस बच्चे के साथ जो हुआ है, उसके उत्तरदायी योगी आदित्यनाथ और उनकी नफरती सोच है। इस मुजरिम को शायद आप लखनऊ बुलवाकर पुरस्कार से नवाजेंगे।
शिक्षिका की गिरफ्तारी की मांग
सोशल मीडिया पर शिक्षिका की गिरफ्तारी की मांग उठ रही है। रालोद, कांग्रेस पार्टी और अन्य सियासी दलों के नेताओं ने शिक्षिका के कृत्य की आलोचना की। गिरफ्तारी के लिए अभियान छेड़ा गया है।
वीडियो को काटकर दिखाया गया
खुब्बापुर प्रधान मनोज कुमार का बोलना है कि शिक्षिका दिव्यांग है, जो बच्चों से पहाड़े सुनने के समय खड़ी नहीं हो पाई थी और उसने दूसरे बच्चे से पीड़ित बच्चे को चांटे लगवा दिए। बच्चे के परिवार के ही सदस्य ने यह वीडियो बनाई है, जिसका कुछ भाग काट दिया गया है।
आरोपी शिक्षिका के पारिवारिक सदस्य विष्णु का बोलना है कि शिक्षिका दिव्यांग है। जब वह बच्चों से चांटे लगवा रही थी तो पीड़ित बच्चे का पारिवारिक सदस्य भी वहां पर उपस्थित था। पूर्व प्रधान दुष्यंत त्यागी का बोलना हैं कि शिक्षिका की कोई गलत भावना नहीं थी। शिक्षिका बच्चों के सुधार के लिए ही कर रही थी। उस समय बच्चे का परिजन भी वहां उपस्थित था।