राजस्थान में 3 सितंबर से शुरू होने वाली यात्रा के दूसरे दिन अमित शाह पहुंचेंगे बेणेश्वर धाम
जयपुर। राजस्थान में चार वरिष्ठ नेताओं द्वारा कई बदलाव यात्राओं का नेतृत्व करने के निर्णय को दरकिनार करते हुए, पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने अब घोषणा की है कि कोई भी एक नेता किसी विशेष यात्रा का अगुवाई नहीं करेगा, लेकिन सभी रैलियों में सांसदों, विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों का मिश्रित अगुवाई होगा।
अधिकारियों के मुताबिक, बदलाव यात्राओं का अगुवाई कोई एक चेहरा नहीं करेगा। प्रत्येक यात्रा 50 सीटों को कवर करेगी और सभी चार यात्राओं में कद्दावर नेताओं को भाग लेना होगा।
प्रदेश में चारों तरफ से इसकी तैयारी कर ली गई है। पहली यात्रा सवाई माधोपुर के गणेश मंदिर से पार्टी अध्यक्ष जे।पी।नड्डा द्वारा प्रारम्भ की जाएगी।
3 सितंबर से प्रारम्भ होने वाली यात्रा के दूसरे दिन गृह मंत्री अमित शाह बेणेश्वर धाम पहुंचेंगे।
इसके बाद केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी दो अन्य यात्राओं को जैसलमेर के रामदेवरा और हनुमानगढ़ के गगामेड़ी में हरी झंडी दिखाएंगे।
ये कार्यक्रम 4 और 5 सितंबर को होंगे। रैली का समाप्ति जयपुर में पीएम मोदी की बड़ी सभा के साथ होगा। योजना के अनुसार यात्रा में किसी भी नेता को मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं माना जाएगाा।
ऐसे में नेताओं के लिए चार यात्राओं का कार्यक्रम बनाया गया है। इन यात्राओं के लिए रथ तैयार हो रहे हैं। पार्टी की रणनीति है कि यात्राएं 20-22 दिन तक चलनी चाहिए। प्रत्येक यात्रा में लगभग 50 सीटें शामिल होनी चाहिए।
यात्रा के दौरान पेपर लीक, भ्रष्टाचार, स्त्रियों के विरुद्ध अपराध, कानून-व्यवस्था, किसान और बिजली-पानी से जुड़े मामले उठाए जाएंगे।
पार्टी प्रभारी अरुण सिंह ने बोला कि प्रदेश का कोई भी बड़ा नेता एक यात्रा तक सीमित नहीं रहेगा। उन्हें सभी यात्राओं में यात्रा करनी होगी। “हमने किसी को कमान नहीं सौंपी है, बल्कि प्रबंध संभालने के लिए समन्वयक और सह-समन्वयक नियुक्त किए हैं।”
पार्टी ने सवाई माधोपुर के लिए अरुण चतुर्वेदी, बेणेश्वर के लिए चुन्नीलाल गरासिया, गागामेड़ी के लिए सीआर चौधरी, रामदेवरा रूट के लिए राजेंद्र गहलोत को समन्वयक नियुक्त किया है।
पहले चर्चा थी कि वसुंधरा राजे, गजेंद्र सिंह, सतीश पूनिया, सीपी जोशी आदि नेताओं को मिलेगा
आज्ञा। लेकिन इनमें से कोई भी नेता एक रूट तक सीमित नहीं रहेगा। पार्टी नेताओं ने कहा, सभी नेता चारों यात्राओं में हिस्सा लेंगे।