उद्धव ठाकरे और मल्लिकार्जुन खरगे के भाषण में संसद के विशेष सत्र को लेकर दिखी आशंका
विपक्ष के 28 दलों वाले INDIA गठबंधन की तीसरी मीटिंग मुंबई में शुक्रवार को हुई, जिसमें 14 सदस्यों की एक समन्वय समिति बनाने का निर्णय हुआ। इसके अतिरिक्त ‘जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया’ का नारा भी तय हुआ। लेकिन इस बैठक में सीट शेयरिंग को लेकर कोई बात नहीं हुई और न ही कोई समझौता होता दिख रहा है। हालांकि मीटिंग में शीघ्र लोकसभा चुनाव की संभावना और संसद सत्र को लेकर शक जरूर दिखाई दिया। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीटिंग के बाद बोला कि कब चुनाव हो जाएं, कुछ भी बोला नहीं जा सकता। उन्होंने बोला कि अब कोई ठिकाना नहीं है। चुनाव समय से पहले ही कभी भी हो सकता है।
उनसे पहले उद्धव ठाकरे और मल्लिकार्जुन खरगे के भाषण में भी संसद के विशेष सत्र को लेकर संभावना दिखी। उद्धव ठाकरे ने बोला कि ये अब सेशन बुलाने जा रहे हैं। अब क्या होगा। ये तो आधी रात को कोई भी घोषणा कर देते हैं कि ये बंद है और वो बंद है। आखिर अचानक विशेष सत्र क्यों बुलाना पड़ा। मल्लिकार्जुन खरगे ने बोला कि किसी को यह पता ही नहीं है कि सत्र क्यों बुलाया जा रहा है। कभी संकट की स्थिति में सत्र को नहीं बुलाया। आखिर चीन के मामले पर, नोटबंदी पर और मणिपुर जैसे संकट को लेकर सेशन क्यों नहीं बुलाया। मोदी जी भले कहते हैं कि न खाऊंगा और न खाने दूंगा। लेकिन वह कुछ लोगों को तय करके खाने दे रहे हैं।
INDIA अलायंस ने बनाई 14 सदस्यों की समन्वय समिति, नहीं होगा कोई संयोजक
इसके साथ ही उन्होंने बोला कि हम लोगों ने तय कर लिया है कि राष्ट्र के हर राज्य की राजधानी में जाएंगे और प्रचार करेंगे। नीतीश कुमार ने बोला कि अभी जो केंद्र में हैं, वो अब हारेंगे। नीतीश कुमार ने भी बोला कि इन लोगों ने मीडिया पर ही कब्जा कर लिया है। इन लोगों की बात अधिक छपती है और दूसरे लोगों का कुछ भी नहीं छपता। एक बार जब आजाद होंगे तो फिर जो ठीक लगेगा, वही लिखना। आज कल ये लोग कोई काम नहीं करते, उनकी केवल प्रशंसा होती है। ये लोग राष्ट्र के इतिहास को भी बदलना चाहते हैं। हम राष्ट्र का इतिहास नहीं बदलने देंगे। समाज के हर तबके का उत्थान होगा और किसी की उपेक्षा नहीं होगी।
खरगे बोले- हर राज्य की राजधानी में जाएंगे, प्रचार जल्द होगा शुरू
वहीं मल्लिकार्जुन खरगे ने बोला कि हम सभी राज्यों की राजधानियों में जाएंगे और मीटिंग करेंगे। ये लोग ईडी, CBI और विजेलेंस का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। मैं भी 55 वर्षों से राजनीति में हूं, लेकिन आज तक नहीं देखा। उन्होंने बिजनेस एडवाइजरी कमेटी से बात नहीं की। विपक्ष के नेता से चर्चा नहीं की और स्वयं से ही तय करके विशेष सेशन बुला रहे हैं। उन्होंने बोला कि नोटबंदी में लोग परेशान थे, तब भी सत्र नहीं बुलाया गया। उन्होंने कभी भी जनता की मुसीबत में सत्र नहीं बुलाया। ये लोग धीरे-धीरे तानाशाही की ओर जा रहे हैं।
लालू यादव बोले- मेरे तो 5-6 ऑपरेशन हो गए हैं, मरने से नहीं डरता
मीटिंग के बाद लालू यादव भी अपने ही अंदाज में दिखे। उन्होंने बोला कि नरेंद्र मोदी के झांसे में आकर मेरे परिवार के 11 लोगों ने खाते खुलवा लिए कि ब्लैक मनी आएगा तो हमें भी एक बड़ी धनराशि मिल जाएगी। लेकिन हम भी ठगे ही गए। उन्होंने बोला कि मुझे अब मरने का डर नहीं हैं। मेरे 5 से 6 ऑपरेशन हो चुके हैं और आप लोगों के आशीर्वाद से जीवित हैं। मेरा हौसला काफी मजबूत है कि मोदी गवर्नमेंट को हटाकर के ही दम लेंगे। मोदी जी आप लो। मैं आपसे पहले से ही लड़ता रहा हूं। मैंने किडनी ट्रांसप्लांट कराया है। कोई शौक से नहीं कराया है। सिंगापुर में रहने वाली मेरी बेटी ने जीवनदान दिया है। इन्होंने तो जब गुजरात में दंगा कराया तो दूसरे राष्ट्रों में इनकी एंट्री ही बैन हो गई थी। मैं तो उस दौर में गमछा बिछाकर संसद में बैठ गया था कि मोदी को अरैस्ट करो अन्यथा नहीं उठेंगे।