भाजपा विधायक टिकट घोटाला : कर्नाटक पुलिस ने फरार धार्मिक संत अभिनव हलश्री को किया अरेस्ट
बेंगलुरु। कर्नाटक सिटी सेंट्रल अपराध ब्रांच (सीसीबी) की स्पेशल विंग के ऑफिसरों ने ओडिशा में बीजेपी विधायक टिकट घोटाले के सिलसिले में फरार धार्मिक संत अभिनव हलश्री को अरैस्ट कर लिया है।
मुख्य आरोपी चैत्रा कुंडपुरा एक हिंदू कार्यकर्ता हैं, जिन्होंने हिरासत में रहते हुए मीडिया से बोला था कि एक बार अभिनव हलश्री को अरैस्ट कर लिया जाएगा, तो घोटाले के संबंध में बीजेपी में बड़ी मछलियों की संलिप्तता सामने आ जाएगी। 10 दिन बाद भी संत की गिरफ्तारी न होने से जांच पर प्रश्न खड़े होने लगे।
पुलिस के मुताबिक, संत को सोमवार रात क्षेत्रीय पुलिस की सहायता से ओडिशा के कटक शहर से अरैस्ट किया गया। संत भुवनेश्वर शहर से बोधगया जाने वाली ट्रेन में यात्रा कर रहा था। आरोपी संत को बेंगलुरु लाया जाएगा।
हलश्री पर उद्योगपति गोविंद बाबू पुजारी से दक्षिण कन्नड़ जिले के बैंदुरु विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक का टिकट दिलाने का वादा करके 1.5 करोड़ रुपये की घूस लेने का इल्जाम है। उसने घोटाले की मुख्य आरोपी चैत्र कुंडपुरा के साथ एक रैकेट बनाया।
सूत्रों ने कहा कि हलश्री ने भगवा पोशाक छोड़कर टी-शर्ट पहन रखी थी और एक सामान्य आदमी की तरह ट्रेन में यात्रा कर रहा थे। 12 सितंबर को कुंडपुरा की गिरफ्तारी के बाद वह गायब हो गया था। पीड़ित ने 8 सितंबर को कम्पलेन दर्ज कराई थी। जब कुंडपुरा को उडुपी में अरैस्ट किया गया तो वह एक बैठक में भाग ले रहा था और वह कार्यक्रम छोड़कर छिप गया। वह काशी पहुंचने की योजना बना रहा था।
वह हैदराबाद, फारूकाबाद, पुरी और कोणार्क गया था।
जांच से पता चला है कि आरोपी संत ने कृषि भूमि खरीदी थी और एक पेट्रोल बंक में भी निवेश किया था।
इस बीच, उडुपी की कुंडपुरा के विरुद्ध भाजपा कार्यकर्ता सुधीन ने कोटा थाने में एक और एफआईआर दर्ज कराई थी।
आरोप है कि कुंडपुरा ने शिकायतकर्ता से उसके लिए एक दुकान बनवाने का वादा करके 5 लाख रुपये लिए थे। जब उनसे इस बारे में बोला गया तो कुंडपुरा ने उसे झूठे दुष्कर्म और मर्डर करने की धमकी देने के मुद्दे में फंसाने की धमकी दी थी। पुलिस ने आईपीसी की धारा 506, 417 और 420 के अनुसार मुद्दा दर्ज किया है।