सनातन धर्म और समाजवाद दोनों को एक साथ लेकर चल रही है जन सेना पार्टी : पवन कल्याण
कोठागुडेम (तेलंगाना)। अभिनेता-राजनेता पवन कल्याण ने बोला कि जन सेना पार्टी सनातन धर्म और समाजवाद दोनों को एक साथ लेकर चल रही है।
उनका दावा है कि उन्होंने इसे तेलंगाना के क्रांतिकारी कवि दाशरथी कृष्णमाचार्युलु से सीखा है, जिन्होंने मशहूर कविता ‘ना तेलंगाना कोटि रत्नाला वीणा’ (मेरा तेलंगाना एक करोड़ हीरों से सजी वीणा की तरह है) लिखी थी।
जेएसपी नेता अविभाजित खम्मम जिले के कोठागुडेम में जेएसपी-भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में चुनाव अभियान के अनुसार एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित कर रहे थे।
जेएसपी तेलंगाना में बीजेपी के साथ गठबंधन में आनें वाले चुनाव लड़ रही है। 2019 में आंध्र प्रदेश में इसका वाम दलों के साथ चुनावी गठबंधन था।
पवन कल्याण ने बोला कि दोनों विचारधाराओं को साथ-साथ चलाया जा सकता है। बहुत से लोग कहते हैं कि हम आपकी राजनीति को नहीं समझते, मैं उनसे कहता हूं कि मेरा धर्म मानवतावाद है।
तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों में से जेएसपी आठ सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जिनमें से चार अविभाजित खम्मम जिले में हैं, जो कम्युनिस्ट असर का इतिहास वाला क्षेत्र है।
पवन कल्याण ने दोहराया कि वह आंध्र प्रदेश में ‘गुंडों’ से लड़ने के लिए तेलंगाना आंदोलन से प्रेरणा लेते हैं।
उन्होंने बोला कि मैंंने बीजेपी को समर्थन देने का निर्णय किया क्योंकि वह चाहते थे कि नरेंद्र मोदी एक और कार्यकाल के लिए पीएम बनें।
उन्होंने बोला कि वह तेलंगाना में सत्ता में आने पर पिछड़े वर्ग से किसी को सीएम बनाने के बीजेपी के वादे से भी प्रभावित हैं।
उन्होंने कहा,“पिछड़ा वर्ग जनसंख्या का 50 फीसदी है। पिछड़े वर्ग से ही सीएम बनना चाहिए।”
अभिनेता-राजनेता ने बोला कि जेएसपी ने तेलंगाना राज्य के लिए लड़ने वाली टीआरएस, भाजपा, कांग्रेस पार्टी और वाम दलों के सम्मान में तेलंगाना में चुनावी राजनीति में अपनी आरंभ करने के लिए एक दशक तक प्रतीक्षा किया।
यह कहते हुए कि राज्य का गठन 1,200 युवाओं के बलिदान के बाद हुआ था और युवाओं को बहुत सारी उम्मीदें थी, उन्होंने बोला कि वे उम्मीदें अभी भी पूरी नहीं हुई हैं।
जेएसपी नेता ने इल्जाम लगाया कि 2004 के बाद से बड़े पैमाने पर करप्शन हुआ है और आशा थी कि नए राज्य में इस पर रोक लगाया जाएगा। लेकिन, वही गलतियां दोहराई जा रही हैं। उन्होंने बोला कि जेएसपी उन युवाओं के साथ खड़ी रहेगी, जो करप्शन के विरुद्ध लड़ना चाहते हैं।
बीआरएस की परोक्ष निंदा में उन्होंने बोला कि गवर्नमेंट जॉब कैलेंडर का पालन करने में विफल रही, जबकि भर्ती परीक्षाओं में प्रश्नपत्र लीक होने के कारण कई बेरोजगार युवाओं ने खुदकुशी कर ली।
उन्होंने ‘हैदराबाद केंद्रित विकास’ में भी खामी निकाली और बोला कि हर जिले और हर गांव में विकास होना चाहिए और युवाओं को जॉब मिलनी चाहिए।