धनबाद शहर की चरमराई सफाई व्यवस्था, प्रभात संवाद में बोले नगर आयुक्त
धनबाद नगर आयुक्त सत्येंद्र कोलाकुसमा स्थित प्रभात समाचार कार्यालय पहुंचे। श्री कुमार ने बोला कि फेस्टिव सीजन में शहर में पानी, लाइट और साफ-सफाई की परेशानी नहीं होगी। दिन के अतिरिक्त रात में भी बाजार की सफाई की जायेगी। समय पर जलापूर्ति के लिए लगातार नज़र हो रही है। स्ट्रीट लाइट के लिए रात भर पेट्रोलिंग की जा रही है। जो लाइटें बंद हैं, उन्हें दुरुस्त किया जा रहा है। नगर आयुक्त ने प्रभात समाचार संवाद कार्यक्रम में निगम की कार्ययोजना, चुनौती और जनसमस्याओं समेत कई मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी।
नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार ने प्रभात संवाद कार्यक्रम में पूछे गये प्रश्नों के उत्तर में बोला कि पूरे शहर में 22 हजार स्ट्रीट लाइट और 89 हाइमास्ट लाइट लगायी गयी हैं। इसकी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। 1500 स्ट्रीट लाइट खराब पायी गयी हैं। इन्हें 10 दिनों के अंदर दुरुस्त कर लिया जायेगा। प्राय: देखा जाता है कि कई पूजा कमेटियां मेला लगवाती हैं। कुछ कमेटियां सड़क पर पूजा पंडाल बना देती हैं। ऐसी पूजा कमेटियों को पंडाल के लिए निगम से अनुमति लेनी होगी। दुर्गोत्सव से लेकर छठ तक निगम की पूरी टीम एक्शन मूड में रहती है। बिजली, पानी, सफाई और कम्युनिकेशन को लेकर टीम काम करती है।
प्रभात समाचार कार्यालय में नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार
- मल डिस्पोजल के लिए जब तक जमीन नहीं मिल जाती, रहेगी समस्या
- शहर में जगह-जगह बनेगा टोल, मालवाहकों को देना होगा शुल्क
- पूजा कमेटियों को पंडाल के लिए लेनी होगी अनुमति
सवाल : जनता पानी संकट से जूझ रही है। निदान के लिए क्या कार्ययोजना है?
जवाब : मैथन से आनेवाला आधा पानी ग्रामीण क्षेत्र में चला जाता है। 55 एमएलडी पानी शहर में आता है। इसमें 20 एमएलडी संस्थानों को दिया जा रहा है। 35 एमएलडी पानी घर-घर सप्लाई किया जा रहा है। पानी का साधन बढ़ाने की जरूरत है। केंद्र गवर्नमेंट की योजना पर निगम काम कर रहा है। अमृत योजना के अनुसार तालाबों और कुओं को रिचार्ज किया जा रहा है। 26 कुओं का चयन किया गया है। पायलट प्रोजेक्ट के अनुसार पहले पांच कुएं लिये गये हैं। 80-85 तालाबों से गाद निकालकर डीप किया जा रहा है। तालाब की चारों ओर ग्रीन पैच बनाये जा रहे हैं। कुछ तालाबों में काम चल रहा है, कुछ टेंडर प्रक्रिया में हैं।
सवाल : आज भी कई मुहल्लों में कचरा नहीं उठता है। डोर टू डोर कलेक्शन नहीं हो पा रहा है?
जवाब : निगम के आंतरिक साधन से सफाई पर पैसा खर्च होता है। हर माह लगभग दो करोड़ रुपये सफाई मद में खर्च होते हैं। 2.20 लाख हाउस होल्ड हैं। इनमें से मात्र 80 हजार से ही होल्डिंग टैक्स आता है। सभी के योगदान से ही शहर स्वच्छ और सुंदर हो सकता है। पानी, बिजली, सड़क और सफाई सबको चाहिए, लेकिन लोग टैक्स देने में पीछे रहते हैं। डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का काम भी चल रहा है। इसमें और तेजी लायी जायेगी।
सवाल : डेंगू का प्रकोप बढ़ा हुआ है। फॉगिंग वाहन नहीं दिखती। क्या कदम उठाये जा रहे हैं?
जवाब : निगम के पास 25 फॉगिंग मशीनें हैं। शहर में नियमित फॉगिंग होती है। अब तो निगम के पास कोल्ड फॉगिंग मशीन भी आ गयी है। डेंगू को लेकर ही फॉगिंग नहीं होती है, बल्कि निगम लगातार फॉगिंग करा रहा है। शहरी क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग के योगदान से हेल्थ वेलनेस सेंटर खोले जा रहे हैं। अब तक 14 सेंटर खुल चुका है। जिस क्षेत्र में डेंगू के अधिक लक्षण पाये जा रहे हैं, वहां विशेष रूप से फॉगिंग करायी जा रही है।
सवाल : आठ लेन सड़क पर अंधेरा पसरा रहता है। आये दिन हादसा हो रही है। कब तक लाइट लगेगी ?
जवाब : आठ लेन सड़क पर 400 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। बिजली कनेक्शन के लिए विभाग ने 50 लाख का बजट दिया है। राशि के लिए पत्र लिखा गया है। जल्द बिजली कनेक्शन हो जायेगा। आठ लेन पर टोल टैक्स वसूल किया जायेगा। इसके अतिरिक्त शहर में जगह-जगह टोल प्वाइंट्स बनाये जायेंगे। मालवाहकों से निगम टोल टैक्स वसूलेगा। इसका ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया गया है। जल्द ही इसे लागू किया जायेगा।
सवाल : सेप्टिक टैंक का मल खुली स्थान पर नाले में गिराया जाता है?
जवाब : सेप्टिक टैंक के मल के डिस्पोजल के लिए एसटीपी का निर्माण करना है। जमीन नहीं मिलने के कारण एसटीपी नहीं बना है। मल डिस्पोजल करने के लिए तुरन्त कोई सुविधा नहीं है। कचरा प्रबंधन के लिए भी अब तक जमीन नहीं मिली है। घर का कचरा कहां फेंका जाये। कचरा डंप करने पर हर तरफ विरोध हो रहा है। जब तक कचरा डंपिंग प्वाइंट के लिए 20 एकड़ जमीन नहीं मिल जाती है, तब तक इस तरह की परेशानी आती रहेगी।
आयुक्त की अपील : त्योहार के दौरान दुकान बंद करने से पहले बाहर निकाल दें कचरा
नगर आयुक्त ने शहर के दुकानदारों से अपील की है कि वे दुकान बंद करने से पहले सफाई कर कचरा दुकान के बाहर रख दें। नाइट स्वीपिंग के दौरान बाजार एरिया का कचरा उठा लिया जायेगा। इससे बाजार एरिया साफ रहेगा। बाजार में दिन के अतिरिक्त रात में भी सफाई होगी।