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डांसिंग दादी के नाम से मशहूर रवि बाला शर्मा की डांस स्टेप्स को महिलाएं ही नहीं युवा भी करते है फॉलो

जिस उम्र में महिलाएं घुटनों में दर्द की कम्पलेन करती हैं उस उम्र में वो आलिया भट्ट, दीपिका पादुकोण, माधुरी दीक्षित… गानों पर थिरकती हैं पति के गुजरने के बाद उन्होंने स्वयं को संभाला और अपने डांसिंग पैशन को खुलकर अपनाने और जीने का निर्णय किया उनका वास्तविक नाम कुछ और है, लेकिन सोशल मीडिया पर वो डांसिंग दादी के नाम से प्रसिद्ध हैं उनके डांस स्टेप्स को महिलाएं ही नहीं युवा भी फॉलो करते हैं

नाम से लोग मुझे मर्द समझते हैं

मेरा रवि बाला शर्मा है इसलिए जिन्होंने मुझे देखा नहीं वो नाम से मुझे पुरुष समझते हैं अपने नाम के आगे ‘मिस्टर’ देखकर अब मुझे आश्चर्य नहीं होती मेरा नाम पिताजी ने बड़े प्यार से रखा और इसके पीछे खास वजह रही मेरी बहन का नाम शशि प्रभा शर्मा है इसलिए पिताजी ने सोचा कि एक बेटी चांद है तो दूसरी सूरज होनी चाहिए इसलिए उन्होंने मेरा नाम रवि रखा और नाम लड़की जैसा लगे इसलिए नाम के आगे ‘बाला’ लगा दिया लेकिन कई लोग पूरा नाम पढ़े बिना मेरे नाम के आगे ‘मिस्टर’ लगा देते हैं अब मुझे इसकी आदत हो गई हैआश्चर्य नहीं होती और न ही गुस्सा आता है

मेरे नाम से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा बताती हूं जब मैं विद्यालय में पढ़ाती थी तो प्रमोशन की लिस्ट में मुझे मेरा नाम नहीं दिखा मुझे आश्चर्य हुई कि ऐसा कैसे संभव है बाद में पता चला कि मेरा नाम मेल टीचर्स की लिस्ट में है

संगीत विरासत में मिला

मैं मुरादाबाद से हूं और हमारे घर में संगीत का माहौल हमेशा से रहा है मेरे पिताजी शांति स्वरूप शर्मा म्यूजिक टीचर रहे हैं वो कई इंस्ट्रूमेंट्स भी बजाते थे मैंने उन्हीं से क्लासिकल म्यूजिक सीखा मेरी मां भी बहुत अच्छा गाती थीं, लेकिन हम आठ बच्चों (5 बहनें और 3 भाई) की परवरिश में वो इतनी बिजी हो गईं कि उन्हें रियाज करने का कभी समय ही नहीं मिला

मेरे पापा ने कभी बेटा-बेटी में फर्क नहीं किया वो कहते थे कि मैं अपनी बेटियों की विवाह तब करूंगा जब वो अपने पैरों पर खड़ी हो जाएंगी जिससे उन्हें किसी पर निर्भर रहने की आवश्यकता न पड़े विद्यालय की पढ़ाई के साथ साथ घर में हमारी संगीत की ट्रेनिंग हमेशा जारी रही पापा को पढ़ाई से अधिक हमारी संगीत की शिक्षा की फिक्र रहती मेरी बहन ने तो 15 वर्ष की उम्र से म्यूजिक सिखाना प्रारम्भ कर दिया था

मैंने गायन के अतिरिक्त कथक डांस की ट्रेनिंग ली है मैं सितार, तबला भी बजाती हूं मैंने हिंदी में मास्टर्स की डिग्री ली और 27 वर्ष दिल्ली सरकार विद्यालय में म्यूजिक टीचर रही हूं

स्कूलों में संगीत को महत्व नहीं दिया जाता

शादी के बाद मैं घर, बच्चों (एक बेटी और एक बेटा) और विद्यालय की जिम्मेदारियों में इतनी बिजी हो गई कि अलग से कुछ नहीं कर पाई विद्यालय में बच्चों को म्यूजिक सिखाकर बहुत संतुष्टि मिलती थी लेकिन इस बात का मलाल हमेशा रहा कि म्यूजिक टीचर को अन्य टीचर की तरह महत्व नहीं दिया जाता हमारे एजुकेशन सिस्टम की कला के प्रति की ऐसी अनदेखी से बुरा लगता है मुझे सप्ताह में म्यूजिक की दो क्लास मिलती और बाकी समय अन्य सब्जेक्ट पढ़ाने होते थे

बेटे ने बनाया सोशल मीडिया सेंसेशन

जब पता चला कि पति को कैंसर है तो हम बुरी तरह टूट गए बेटी की विवाह हो चुकी थी इसलिए मैं बेटे एकांश के साथ मुंबई आ गई बेटा राइटर और अभिनेता है उसने ‘बालिका वधू’ टीवी शो में काम किया है फिल्म ‘देव डी’ में अभय देओल के बचपन का रोल किया है लॉकडाउन में उसने मेरा सोशल मीडिया एकाउंट बनाया और मेरे वीडियो शूट कर वहां शेयर करना प्रारम्भ किया मुझे इसमें बहुत मजा आने लगा पहले तो अधिक ‘व्यू’ नहीं मिले, लेकिन बाद में मैं प्रसिद्ध हो गई

दिलजीत दोसांझ ने वायरल किया मेरा वीडियो

मैंने दिलजीत दोसांझ के एक गाने पर डांस किया तो भुवन बाम (बीबी की वाइन) ने मेरा वीडियो शेयर किया और दिलजीत को भी टैग किया दिलजीत दोसांझ ने जब मेरा वीडियो शेयर किया तो मेरे फॉलोअर्स बहुत तेजी से बढ़ने लगे उसके बाद तो पीछे मुड़कर देखने की आवश्यकता नहीं पड़ी मेरे डांसिंग टैलेंट ने मुझे सोशल मीडिया की ‘डांसिंग दादी’ बना दिया

बॉलीवुड अदाकारा शेयर करती हैं मेरे डांस वीडियो

जब भी किसी अदाकारा के सांग पर डांस करती हूं तो वो मेरा वीडियो शेयर करती हैं इस उम्र में मेरा डांस देखकर वो दंग रह जाती हैं, लेकिन मैं उम्र को पैशन से अलग रखती हूं डांस मेरा पैशन है और ये मुझे मन से युवा बनाए रखता है मेरे डांस वीडियो देखकर कई महिलाएं कमेंट करती हैं कि आपसे हमें बहुत प्रेरणा मिलती है कई युवा भी मेरे डांस मूव फॉलो करते हैं

वो कहते हैं डांस क्यों, पूजा क्यों नहीं करती

सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स को कोई कमी नहीं बहुत सारे लोग मेरा डांस पसंद करते हैं, तो कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें मेरा डांस करना पसंद नहीं आता ऐसे लोग कमेंट करते हैं कि पूजा-पाठ करने की उम्र में डांस क्यों करती हो, कमर लचक जाएगी मैं ऐसे लोगों से डरती नहीं उनके पास कोई हुनर नहीं इसलिए उन्हें कला की पहचान नहीं है कभी कभी मुझे ऐसा भी महसूस होता है कि नेगेटिव कमेंट करने वाला आदमी अपनी मन की कुंठाओं के चलते ऐसी बातें कहता या लिखता है कुछ लोग जो चाहकर भी अपना मनचाहा नहीं कर पाते और जब वे किसी और को मनचाहा करता देखते हैं उनकी खुशी देखते हैं तो तकलीफ होती है कि ‘मैं ऐसा क्यों नहीं कर सका या कर सकी’ ये और कुछ नहीं ये एक तरह का मानसिक विकार है और ऐसे लोगों पर अपनी एनर्जी बर्बाद नहीं करनी चाहिए क्योंकि ये आपको आगे बढ़ने से रोकता है

मेरी नजर में उम्र केवल एक नंबर है यदि आप दिल से जवां हैं और अपने पैशन को जी रहे हैं तो आपको आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता आपका पैशन आपको युवा बने रहने में सहायता करता है जो आदमी दिल और दिमाग से युवा महसूस करता है उस पर उम्र अपना असर दिखाने में नाकामयाब रहती है मेरी कामयाबी और उम्र को महसूस न करने का यही सबसे बड़ा राज है यदि मैं डांस नहीं करती तो शायद उम्र मुझे दबोच लेती है और मैं उम्र से हार जाती लेकिन मैंने अपने शौक को जिंदा रखकर उसे पूरी तरह जीकर अपनी उम्र को मात दी है

मैं अपने डांस से अपना ही नहीं लोगों का मनोरंजन भी करती हूं अपने आप और दूसरों को मोटिवेट करते हुए अपनी हम उम्र स्त्रियों को ये संदेश देना चाहती हूं कि रिटायरमेंट नाम की कोई चीज नहीं होती आपका हुनर और शौक न कभी स्वयं बूढ़ा होता और न कभी आपको बूढ़ा होने देता है हम सबको अपना टैलेंट बाहर लाना चाहिए और जिदंगी भरपूर जीनी चाहिए

 

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