पटना : 24 घंटे के भीतर प्रदेश के विभिन्न जिलों में नदी में डूब जाने से 24 लोगों की गई जान
पटना: बिहार में एक तरफ से संतान की लंबी उम्र के लिए कामना की गई, वहीं कई परिवारों को संतान के लिए आंसू बहाते भी देखा गया। इनकी आंखों के सामने इनकी संतानों की जीवन डोर टूट गई। बता दें कि 24 घंटे के भीतर प्रदेश के विभिन्न जिलों में नदी में डूब जाने से 24 लोगों की जान चली गई। अब इन परिवारों में खुशी की स्थान मातम पसरा हुआ है, वहीं प्रदेश की नीतीश कुमार गवर्नमेंट ने जख्मों पर मरहम लगाने की प्रयास की है। शोक व्यक्त करते हुए सीएम ने पीड़ित परिवारों को 4-4 लाख रुपए की अपुग्रह राशि देने का घोषणा किया है।
दरअसल, हिंदू धर्म की मान्यता के मुताबिक हिंदुस्तान में पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी बिहार और झारखंड के अतिरिक्त नेपाल के भोजपुरी क्षेत्र में आश्विन कृष्ण पक्ष की नौवीं तिथि को जितिया पर्व मनाया जाता है। तीन दिन चलने वाले इस धार्मिक पर्व में पहले दिन को नहाय-खाय के नाम से जाना जाता है। संतान की लंबी उम्र की कामना के लिए निर्जला उपवास रख रही माताएं इस दिन माताएं स्नान करने के बाद ही भोजन ग्रहण करती हैं। इसका पारण नोनी का साग (गर्मियों के पुसलाने) , मारुवा की रोटी और तोरी की सब्जी के साथ किया जाता है। शनिवार को बिहार समेत इन अनेक पूर्वांचली इलाकों में इस विशेष पर्व को हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया।
स्नान-दान की संध्या पर हर तरफ खुशी का माहौल था, लेकिन इसी बीच यहां नदी में डूब जाने से मृत्यु की खबरें भी आई। पता चला है कि प्रदेश के पटना, छपरा, गया, कैमूर, भोजपुर, बेगूसराय, जमुई, जहानाबाद, औरंगाबाद और सासाराम इलाकों में नदी में डूब जाने से 24 लोगों की जान चली गई। सबसे पहले घटना शनिवार देर रात राज्य की राजधानी पटना से सटे पालीगंज से आई। मिली जानकारी के मुताबिक यहां सोन नदी के महाबलीपुर तट पर नगर पुलिस स्टेशन के परियों गांव निवासी कुश कुमार (25) पुत्र जामुन साव, 16 वर्षीय आनंद कुमार पुत्र सत्येंद्र प्रसाद और महाबलीपुर के 12 वर्षीय सागर कुमार पुत्र लवकुश कुमार गहरे गड्ढे में पैर जाने से संतुलन खो बैठे और देखते ही देखते तेह बहाव में बह गए। पता चलने पर पुलिस, एसडीआरफ और क्षेत्रीय ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद तीनों के मृतशरीर नदी से निकाले। इसके बाद भोजपुर जिले में इससे भी बड़ा दुर्घटना हो गया। पता चला है कि वहां स्नान के दौरान एक साथ 5 युवतियां सोन नदी में डूब गई। इनमें 3 एक परिवार की थी तो 2 एक दूसरे परिवार से थी। हालांकि प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो ये युवतियां सेल्फी लेने की प्रयास में हादसे का शिकार हुई हैं। इसके अतिरिक्त प्रदेश के दूसरे हिस्सों में भी इसी तरह 16 अन्य की नदी में डूब जाने से मृत्यु की समाचार है।
कहां-कितने लोग डूबे
भोजपुर में शनिवार को 5 लड़कियां सोन नदी में डूब गईं। रविवार को इनमें से 3 की मृत-शरीर बरामद कर ली गई हैं, वहीं 2 की तलाश का क्रम अभी जारी है। इसके अतिरिक्त 12 वर्ष के एक किशोर भी नदी में डूब जाने से जान चली गई। पटना के पालीगंज क्षेत्र में 3 युवकों की मृत्यु हो गई, वहीं छपरा में 3 लड़के नदी में डूब गए। सीवान में डूबी 2 लड़कियों की मृत-शरीर रविवार सुबह बरामद की गई हैं। कैमूर में दोस्तों के साथ दुर्गावती नदी में नहाने गए पुरुष का अचानक पैर फिसल गया। अभी उसकी तलाश जारी है। बेगूसराय में भी शनिवार को एक पुरुष गंगा स्नान के दौरान डूब गया। जमुई में आहार नदी में डूबने से एक आदमी की जान चली गई, जहानाबाद में भी 2 बच्चे डूब गए। औरंगाबाद के माली, जम्होर, रफीगंज में भी शनिवार को तीन लोग नदी में डूब गए। सासाराम में शनिवार को तेज धार में बह गई एक बच्ची का मृतशरीर भी रविवार सुबह बरामद किया गया है। इसके अतिरिक्त गया में भी रविवार को एक आदमी की मृत्यु हो गई। पता चला है कि अधेड़ उम्र का यह शख्स पैर फिसलने से निलंजना नदी में डूब गया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जताया शोक
उधर, इन घटनाओं को लेकर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने शोक संवेदनाएं व्यक्त की हैं। उन्होंने बोला कि दुख की इस घड़ी में वह और उनकी गवर्नमेंट पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं। जिन परिवारों ने अपनों को खोया है, उनकी भरपाई नहीं की जा सकती। इसी के साथ सीएम ने प्रत्येक मृतक के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का घोषणा किया है।