पाली में सड़क हादसे में युवक की मौत के बाद हंगामा करते लोग
इस हादसे में विजेंद्र पुत्र श्रवण राणा, उम्र 18 वर्ष, निवासी बड़ी भील बस्ती, सूरजपोल, की मृत्यु हो गई। वह हम्माली का काम करता था। पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ा था। मृतक के पिता भी नहीं हैं। पुरुष की मृत्यु के बाद गुस्साए परिजन और समाज बंधुओं ने बांगड़ हॉस्पिटल के मेन गेट पर बवाल किया। वहां से गुजर रही बस को रोक दिया। उस पर पथराव भी किया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने सूरजपोल के आसपास की दुकानों में तोड़फोड़ की। वहां खड़े ठेलों को उलट दिया। बांगड़ हॉस्पिटल से सूरजपोल तक खड़ी बाइकों को भी गिरा दिया।
इस दौरान पुलिस नफरी कम होने के कारण क्षेत्र में तानाशाही का माहौल रहा। आखिरकार बांगड़ हॉस्पिटल के बाहर करीब एक घंटे तक के हंगामे के बाद मौके पर पहुंची। आरएसी ने हल्का बलप्रयोग कर भीड़ को खदेड़ा। सीओ सिटी अखलेश शर्मा, जितेंद्र सिंह राठौर और कोतवाल अनिल विश्नोई पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे। हालात को काबू में किया। मृतशरीर को बांगड़ हॉस्पिटल के मोर्चरी में रखवाया गया।
बसों में तोड़फोड़
इस घटना से गुस्साए परिजनों और समाजजनों ने सूरजपोल चौराहे पर बवाल किया। हाथ ठेले, दुकानों और बसों में तोड़-फोड़ प्रारम्भ कर दी। प्रदर्शनकारी समझाइश के बाद भी नहीं माने तो पुलिस ने हल्का बलप्रयोग कर उन्हें वहां से खदेड़ा। हालात काबू में किए। सुरक्षा के लिए सूरजपोल चौराहे एवं बांगड़ हॉस्पिटल के बाहर पुलिस जाब्ता तैनात किया गया। पूर्व सभापति प्रदीप हिंगड़ एवं राकेश भाटी भी मौके पर पहुंचे। वहां उपस्थित एएसपी अकलेश कुमार, सीओ सिटी जितेंद्र सिंह राठौड़, एसएचओ अनिल विश्नोई ने समझाइश दी। इसके बाद मृतक के परिजनों ने देर रात धरना खत्म किया।