यूपी में सपा अखिलेश यादव के पीएम पद उम्मीदवार दिखाने के बाद सियासत हुयी गर्म
पटना। पांच राज्यों में हो रहे चुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस पार्टी और बीजेपी के बीच है। बताया जा रहा है कि आने वाला चुनाव रिज़ल्ट लोकसभा चुनाव का ट्रेंड सेट कर सकता है। यही वजह है कि इन राज्यों के चुनाव को जीतने के लिए भाजपा और कांग्रेस पार्टी ने पूरी ताकत झोंक रखी है। लेकिन, इसी बीच उतर प्रदेश में सपा के दफ़्तर के बाहर अखिलेश यादव के प्रधान मंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर दिखाने के बाद राजनीति गर्म हो गई है। जिसके बाद एनडीए गठबंधन के नेताओं ने INDIA गठबंधन पर पलटवार किया है। इसको लेकर लोजपा (आर) के प्रमुख चिराग पासवान ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।
दरअसल, पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव रिज़ल्ट को लेकर तेजस्वी यादव से जब प्रश्न पूछा गया तब उन्होंने यह दावा किया था कि सभी राज्यों में भाजपा की हार होगी। तेजस्वी के इसी बयान के बाद चिराग पासवान ने पलटवार करते हुए बोला कि तेजस्वी यादव को पता है चुनाव रिज़ल्ट क्या होगा, लेकिन वो यह कभी नहीं कहेंगे कि भाजपा जीतेगी। तेजस्वी यादव एनडीए के विरोधी हैं वो तो दावे करेंगे ही, लेकिन जनता किसका साथ देती है यह तो चुनाव रिज़ल्ट ही बताएंगे। लेकिन, हमें विश्वास है कि पांचों राज्यों में एनडीए की भारी मतों से जीत होगी।
चिराग़ पासवान कांग्रेस पार्टी पर चुटकी लेते हुए कहते हैं कि सिर्फ़ एक दो सीट के लिए जिस ढंग से कांग्रेस पार्टी ने यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव को नीचा दिखाने की प्रयास की है। उनके उतर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष ने जिन शब्दों का इस्तेमाल किया, इससे यही लगता है कि INDIA गठबंधन में वर्चस्व की लड़ाई है। हर घटक दल INDIA गठबंधन में एक दूसरे के सिर पर पांव रखकर आगे बढ़ने का कोशिश कर रहे हैं। राज्यों में गठबंधन नहीं बन रहे और ये लोग राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन बनाने का कोशिश कर रहे हैं।
चिराग ने एक बार फिर से भविष्यवाणी कर दी है कि यह गठबंधन चुनाव आते-आते तक भानुमति के कुनबे की तरह बिखर जाएगी। बता दें कि इससे पहले अखिलेश यादव के समर्थकों द्वारा पीएम उम्मीदवार के पोस्टर चिपकाए जाने पर तेजस्वी यादव से प्रश्न पूछा गया तो उन्होंने बोला कि सब की ख़्वाहिश होती है। सब पार्टी के कार्यकर्ता अपने नेता और पार्टी को लेकर उत्साहित रहते हैं, दिस इज नॉट द इश्यू। यह कोई इश्यू नहीं है। हमही को कभी कृष्ण- अर्जुन बना देता है, इसका कोई मतलब है क्या?