सचिन बिरला सीएम शिवराज पार्टी अध्यक्ष वीडी शर्मा और हितानंद की मौजूदगी में हुए शामिल
भोपाल: मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी विधायक सचिन बिरला (Sachin Birla) ने भाजपा का आधिकारिक तौर पर दामन थाम लिया है। सचिन बिरला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पार्टी अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद की मौजूदगी में शामिल हुए है। आपको बता दें कि सचिन बिरला को प्रदेश में अनोखे विधायक के नाम से भी जाना जाता है। क्योंकि वो विधानसभा में कांग्रेस पार्टी और क्षेत्र में भाजपा के विधायक के रुप में जाने जाते हैं। आईये जानते हैं, आखिर कैसे।
जानिए क्यों अनोखे विधायक?
दरअसल सचिन बिरला ने वर्ष 2020 में प्रदेश की 28 सीटों पर उपचुनाव के दौरान भाजपा का समर्थन किया था। सचिन अभी खरगोन जिले की बड़वाह सीट से विधायक है। इनके बारे में बोला जाता है कि इन्होंने आज भाजपा का दामन थामा है, लेकिन ये पिछले एक वर्ष से भाजपा में ही थे।
कांग्रेस से नहीं दिया इस्तीफा
सचिन बिरला ने भाजपा को खुले तौर पर समर्थन किया लेकिन कांग्रेस पार्टी से त्याग-पत्र नहीं दिया था। इसे लेकर कांग्रेस पार्टी ने दलबदल कानून के अनुसार उनकी विधानसभा सदस्यता समाप्त करने का आवेदन भी दिया था लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला। कांग्रेस पार्टी ये ही साबित नहीं कर पाई कि वो भाजपा में शामिल हो गए हैं।
गुर्जर समाज को साधने की कवायद
बता दें कि सचिन बिरला गुर्जर समुदाय से आते हैं। उनके पार्टी में आने से अब गुर्जर समुदाय के वोट से भाजपा को सहायता मिल सकती है। 2018 के विधानसभा चुनाव में बिड़ला ने गुर्जर मतदाताओं और अन्य पिछड़े समुदायों के समर्थन के कारण 30,500 वोटों से जीत हासिल की थी।