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बहने पहले इन देवताओं को चढ़ाएं राखी फिर भाइयों को बांधें

हिन्दू धर्म में राखी का पर्व बहुत ही पवित्र माना जाता है रक्षाबंधन के त्यौहार में बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है साथ ही भाई की लंबी उम्र के लिए ईश्वर से कामना भी करती है वहीं बदले में भाई बहन की रक्षा का वचन देता है देवघर स्थित बैद्यनाथ धाम के पुरोहित बताते हैं कि रक्षाबंधन पर भाई की कलाई पर राखी बांधने से पहले इन 4 देवताओं को राखी जरूर बांधनी चाहिए

बैद्यनाथ धाम के मशहूर तीर्थपुरोहित सह ज्योतिषाचार्य बाबा प्रमोद श्रृंगारी ने लोकल 18 को कहा कि रक्षाबंधन का त्यौहार सावन माह की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है इस दिन बहन भाई की कलाई पर राखी बांधती है लेकिन इससे पहले 4 देवताओं को राखी बांधना चाहिए ऐसा करना शुभ माना जाता है

सची ने विष्णु ईश्वर को बांधा था रक्षा सूत्र
मान्यता है जब देवासुर संग्राम के दौरान देवताओं की हार हो रही थी तभी इंद्र की पत्नी सची ने देवताओं को राय दी कि विष्णु ईश्वर रक्षा सूत्र बांधा था ताकि उनके जीवन की रक्षा हो पाए इसलिए देवताओं को राखी बांधने से बहन की सारी इच्छा पूर्ण होती हैं और भाई के जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है

भगवान विष्णु को बांधे राखी
रक्षाबंधन के दिन भाई को राखी बांधने से पहले बहन को ईश्वर विष्णु को राखी जरूर बांधनी चाहिए इससे जीवन में आ रही सभी समस्याएं खत्म हो जायेगी

शिव मंदिर में चढ़ाएं राखी
रक्षाबंधन के पर्व पर ईश्वर शिव को राखी बांधनी चाहिए रक्षाबंधन सावन पूर्णिमा के दिन बनाया जाता है सावन का महीना ईश्वर शिव को अतिप्रिय है इसलिए भाई को राखी बांधने से पहले शिव मंदिर जाकर राखी अवश्य चढ़ाएं

बजरंगबली को अर्पण करें राखी
बजरंगबली ईश्वर शिव के ही अवतार माने जाते हैं माना जाता है कि जब सभी देवी देवता सो जाते हैं ईश्वर शिव भी कुछ समय के लिए सो जाते हैं तब बजरंगबली ही रुद्रावतार में सृष्टि को संचालित करते हैं बजरंगबली को राखी अर्पण करने से भाई के सभी संकटों से रक्षा होती है

भगवान गणेश की पूजा से होगा लाभ
भगवान गणेश प्रथम पूजनीय हैं किसी भी पूजा से पहले उन्हें स्मरण किया जाता है उसके बाद अन्य कार्य संपन्न होते हैं रक्षाबंधन के दिन भी राखी बांधने से पहले ईश्वर गणेश की पूजा करना अत्यंत शुभ माना जाता है इसलिए ईश्वर गणेश को रक्षा सूत्र बांधना चाहिए ऐसा करने से ईश्वर की कृपा प्राप्त होगी और जीवन में चल रही सभी समस्याएं दूर हो जाएंगी

कब है रक्षाबंधन ?
इस वर्ष पूर्णिमा तिथि की आरंभ 30 अगस्त को 10 बजकर 12 मिनट पर हो रही है और समाप्ति अगले दिन 31 अगस्त को सुबह 7 बजकर 45 मिनट पर लेकिन पूर्णिमा के साथ 30 अगस्त को भद्रा भी प्रारम्भ हो रहा है भद्रा में राखी बांधना शुभ नहीं होता है इससे भाई-बहन की उम्र कम होती है इस दिन भद्रा रात के 8 बजकर 58 मिनट तक रहेगा राखी रात के समय नहीं बांधी जाती है इसलिए इस बार रक्षाबंधन 31 अगस्त को मनाया जाएगा

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