इन दिनों फ्लू और डेंगू के मरीजों की तादाद बढ़ा
रांची: राजधानी में इन दिनों फ्लू और डेंगू के रोगियों की तादाद बढ़ गयी है। लगभग सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में डेंगू और फ्लू के रोगी भर्ती हो रहे हैं। हॉस्पिटल पहुंचने वालों में ज्यादातर फीवर, गले में इंफेक्शन और डेंगू के रोगी शामिल हैं। अकेले सदर हॉस्पिटल के मेडिसिन ओपीडी में औसतन प्रत्येक दिन 317 रोगी उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। इनमें डेंगू और फ्लू के अतिरिक्त कुछ लोग जॉन्डिस, टाइफाइड और टॉन्सिल की परेशानी लेकर पहुंच रहे हैं।
फ्लू के रोगियों की संख्या ओपीडी में अधिक देखी जा रही है। डॉक्टरों का बोलना है कि ज्यादातर फ्लू के रोगी ओपीडी के उपचार से ही ठीक हो रहे हैं। वहीं, डेंगू के कुछ रोगियों को प्लेटलेट्स गिरने की स्थिति में भर्ती करना पड़ रहा है। डेंगू और चिकनगुनिया के चलते डिमांड के अनुसार प्लेटलेट्स नहीं मिल रहे हैं। चिकित्सक लोगों से सावधानी बरतने की अपील कर रहे हैं। मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी और फ्लू से बचने के लिए मास्क लगाने की अपील कर रहे हैं।
कई रोगियों को डेंगू और चिकनगुनिया दोनों :
सदर हॉस्पिटल में कई ऐसे रोगियों की पुष्टि हुई है, जिन्हें डेंगू और चिकनगुनिया दोनों है। एक से नौ सितंबर तक सात मुकदमा ऐसे मिले, जिनमें दोनों के लक्षण मिले हैं। वहीं, इस अवधि तक जांच के लिए 168 संदिग्धों के सैंपल लिये गये।
सदर हॉस्पिटल में 30 बेड का डेंगू वार्ड फुल :
राजधानी में डेंगू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। यही वजह है कि सदर हॉस्पिटल में 30 बेड की क्षमता वाला वार्ड फुल हो चुका हैं। यहां कुल 36 रोगी भर्ती हैं। बेड की कमी के चलते मंगलवार को छह कम उम्र के रोगियों को पीडियाट्रिक वार्ड में शिफ्ट कर इलाज किया जा रहा है।
मौसम की वजह से लोगों को फ्लू के साथ डेंगू भी हो रहा है। ज्यादातर लोग सेल्फ दवा ही लेते हैं। रोगियों को पानी पीते रहना है। अपने आसपास पानी जमा न होने दें। डेंगू में कुछ रोगियों की स्थिति गंभीर हो जा रही है। हालांकि, ज्यादातर रोगी ठीक हो जा रहे हैं।
-डॉ बीएन पोद्दार, वरीय चिकित्सक, सदर अस्पताल
ओपीडी में रोगियों की भीड़ बढ़ गयी है। दो वायरस का एक साथ संक्रमण उपचार करने वाले को कंफ्यूज करता है। ऐसे रोगियों पर नजर रखना महत्वपूर्ण है। डेंगू में हाइड्रेशन का खयाल रखना होता है और लक्षण के मुताबिक उपचार करना पड़ता है।
-डॉ एम सी खेतान, फिजिशियन, निजी अस्पताल