त्योहारों में होगी परेशानी,हावड़ा रूट की ओर चलने वाली 10 ट्रेनों को किया रद्द
Indian Railway: बिलासपुर जोन में यात्रा करने वाले यात्रियों को फिर से मुसीबत आने वाली है, क्योंकि आने वाले दिनों में हावड़ा रूट की ओर चलने वाली 10 ट्रेनों को रद्द किया जा रहा है और पांच ट्रेनों के रूट में बदलाव किया गया है। इसके अतिरिक्त ओडिशा से छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की ओर प्रतिदिन यात्रा करने वाली पैसेंजर मेमू ट्रेन झारसुगुड़ा गोंदिया नहीं चलने वाली है।
बिलासपुर से लेकर जांजगीर-चंपा, सक्ति, रायगढ़ झारसुगड़ा से अप और डाउन ट्रेन प्रभावित होने वाली हैं। ट्रेन एक या दो दिन के लिए रद्द नहीं हो रही हैं, बल्कि 2 अक्टूबर से लेकर 18 अक्टूबर तक ट्रेनों को रेल प्रशासन के द्वारा रद्द किया गया है। प्रमुख ट्रेनों में ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस, कुर्ला एक्सप्रेस, बिलासपुर पटना एक्सप्रेस जैसे प्रमुख ट्रेन प्रभावित रहेंगी।
त्योहारों में होगी परेशानी
त्योहार का सीजन प्रारम्भ हो चुका है। दिवाली और दशहरा जैसे त्यौहार में लोग अपने घरों की ओर ट्रेनों के माध्यम से चलते हैं, क्योंकि बस और टैक्सी किराया सबसे अधिक होता है। ऐसे में ट्रेनों के माध्यम से यात्रा करने वाले लोगों को मुसीबत का सामना करना पड़ेगा। क्षेत्रीय लोगों का बोलना है कि त्योहार के सीजन में ट्रेनों का रद्द होना लोगों के लिए मुसीबत खड़ी करेगा, क्योंकि अभी तीजा पूरा, गणेश चतुर्थी, दशहरा और दिवाली जैसे त्योहार आने वाले हैं।
जनता को हो रही परेशानी
ट्रेन ही एक ऐसा माध्यम होता है, जिसके द्वारा कम मूल्य में आवागमन कर सकते हैं, लेकिन ट्रेन ही रद्द हो जाएंगे तो लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। कुछ दिनों पहले कांग्रेस पार्टी के द्वारा ट्रेन रोको आंदोलन किया गया था। तीन वर्षों में 67 हजार ट्रेन अब तक राष्ट्र में रद्द की जा चुकी हैं। छत्तीसगढ़ का बिलासपुर जोन सबसे अधिक कोयला परिवहन और आर्थिक रूप से अधिक देने वाला जॉन है। फिर भी ट्रेनों को लेट किया जा रहा है।
3 से 5 घंटे लेट हो रही ट्रेनें
स्थानीय लोगों ने कहा कि यात्री परेशान हो रहे हैं। बिलासपुर लोकल ट्रेन, जनशताब्दी, गोंडवाना,आजाद हिंद जैसी प्रमुख ट्रेन 3 से 5 घंटे लेट हो रही हैं। एक ओर गवर्नमेंट जहां एयरपोर्ट के तर्ज पर रेलवे स्टेशन बनाने की बात कह रही है तो दूसरी और ट्रेनों के टिकिट में वृद्धि की गई है। प्लेटफॉर्म टिकट भी महंगे हो गए हैं। ऐसे में रेलवे को प्राइवेट हाथों में देने की तैयारी की जा रही है।