सूरत में सड़क निर्माण कर रही मशीन ट्रेलर के टकराने से तीन लोगों की हुयी दर्दनाक मौत
हादसा: सूरत के कामराज के उम्बेल गांव के पास नेशनल हाईवे 48 पर भयंकर दुर्घटना हो गया। सड़क निर्माण कर रही मशीन से ट्रेलर के टकराने से तीन लोगों की भयावह मृत्यु हो गई।
सड़क निर्माण मशीन के ड्राइवर की मौके पर ही मृत्यु हो गई। दो अन्य मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए और उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। हादसा इतना भयानक था कि 2 घंटे की मशक्कत के बाद ट्रेलर ड्राइवर को बाहर निकाला गया। हादसे के कारण सड़क पर काफी देर तक जाम लगा रहा। जैसे ही सड़क पर ऑयल फैला, फायर टीम ने सड़क साफ करने का काम किया।
वहीं सूरत में 7 अक्टूबर को रात 9 बजे सूरत के पलसाणा तालुका के तातिथिया में एक स्त्री तीसरी मंजिल से नीचे गिर गई और उसकी भयावह मृत्यु हो गई। माया शिवकरन कबीर नाम की 30 वर्षीय स्त्री लाइट बंद होने पर बाहर की हवा लेने के लिए बालकनी में आई और संतुलन बिगड़ने से वह नीचे गिर गई। घटना के बाद, तुरंत 108 एम्बुलेंस को बुलाया गया लेकिन उपचार मिलने से पहले ही उसकी मृत्यु हो गई। कडोदरा पुलिस मौके पर पहुंची और आगे की जांच की।
उधर, हीरा नगरी सूरत में एक हीरा दलाल ने ऋण वापस न मिलने पर खुदकुशी कर ली। हीरा दलाल
हीरा दलाल सिटीलाइट क्षेत्र का रहने वाला है। महिधरपुरा हीराबाजार स्थित ऑफिस में एसिड गिरा दिया गया।प्रदीप भाटिया की खुदकुशी से परिवार में मातम छा गया। महिधरपुरा पुलिस ने घटना की आगे की जांच की।
जब व्यवसायी ने अपने दोस्तों को टेलीफोन कर कहा कि उसने जहर खा लिया है, तो दोस्त ऑफिस पहुंचे और व्यवसायी को उपचार के लिए हॉस्पिटल ले गए। लेकिन उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। मूल रूप से राजस्थान के बीकानेर के रहने वाले प्रदीप केवलचंद भाटिया (उम्र 34) अपनी पत्नी और 5 बच्चों के साथ सिटीलाइट क्षेत्र के समृद्धि अपार्टमेंट में रहते थे।
प्रदीप का महिधरपुरा क्षेत्र में अमृतशांति कॉम्प्लेक्स में ऑफिस था और वह वहीं कारोबार करता था। उन पर ऋण बढ़ गया था और अब बाजार में मंदी है। इतना तनाव में आकर उसने ऑफिस में जहर और एसिड पीने के बाद अपने दोस्तों को टेलीफोन कर दिया। जिसके बाद दोस्त ऑफिस पहुंचे। प्रदीप को 108 के माध्यम से उपचार के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया।