तृणमूल कांग्रेस ने इन विधायकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का लिया फैसला
बैठक में राज्य के वित्त मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य, राज्य के बिजली मंत्री अरूप विश्वास और कोलकाता के मेयर और राज्य नगरपालिका मामलों और शहरी विकास मंत्री फिरहाद वैध सहित अन्य मौजूद थे।पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने बोला कि बंगाली नव साल दिवस को पश्चिम बंगाल के लिए राज्य दिवस घोषित करने के जरूरी प्रस्ताव पर बहस के दौरान कई पार्टी विधायकों की अनुपस्थिति से सीएम विशेष रूप से नाराज हो गईं।
राज्य मंत्रिमंडल के एक सदस्य ने कहा, “मुख्यमंत्री ने नाराजगी के साथ बोला कि पार्टी के 216 विधायकों में से 167 उस बहस के दौरान मौजूद थे।”उन्होंने यह भी बोला कि जहां पांच विधायक चिकित्सा आपात स्थिति जैसे मुनासिब आधार पर अनुपस्थित थे और वह भी नेतृत्व को सूचित करने के बाद, बाकी बिना कोई कारण बताए या पार्टी की विधायी टीम की सहमति लिए बिना ही चले गए।राज्य के संसदीय कार्य मंत्री के अनुसार, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अक्सर विधायक आते हैं, रजिस्टर पर हस्ताक्षर करते हैं और बहस में भाग लिए बिना ही चले जाते हैं। उन्होंने कहा, “निर्वाचित विधायकों के रूप में उनसे अपेक्षा की जाती है कि वे अपने-अपने क्षेत्र के मतदाताओं की समस्याओं को विधानसभा के पटल पर खुलासा करें और उसमें चर्चा में भाग लें। इसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”