भारत के ट्रैवलर्स के लिए वीजा फ्री एंट्री शुरू कर सकता है वियतनाम
श्रीलंका और थाईलैंड के बाद वियतनाम भी हिंदुस्तान के ट्रैवलर्स के लिए वीजा फ्री एंट्री प्रारम्भ कर सकता है। अभी जर्मनी, फ्रांस, इटली, स्पेन, डेनमार्क, स्वीडन और फिनलैंड जैसे राष्ट्रों के नागरिक बिना वीजा के वियतनाम में प्रवेश कर सकते हैं।
लोकल न्यूज एजेंसी वीएनएक्सप्रेस के अनुसार, वियतनाम के संस्कृति, खेल और पर्यटन मंत्री गुयेन वान हंग ने पर्यटन में सुधार लाने के लिए चीन और हिंदुस्तान जैसे प्रमुख बाजारों के लिए शॉर्ट टर्म वीजा वेवर देने को बोला है।
दस महीनों में 1 करोड़ इंटरनेशनल ट्रैवलर पहुंचे वियतनाम
अगस्त के मध्य से, वियतनाम ने सभी राष्ट्रों के लोगों के लिए ई-वीजा जारी करना प्रारम्भ किया है। इस वर्ष के पहले दस महीनों में, वियतनाम में लगभग 1 करोड़ इंटरनेशनल विजिटर आए, जो 2022 की इसी अवधि की तुलना में 4.6 गुना अधिक है।
14-15 हजार रुपए में वियतनाम का राउंड ट्रिप टिकट
वियतनाम के फु क्वोक आइलैंड, न्हा ट्रांग, दा नांग, हा लॉन्ग बे और होई एन जैसे डेस्टिनेशन भारतीय पर्यटकों के बीच पॉपुलर हैं। हिंदुस्तान से वियतनाम के लिए वियतजेट अपनी फ्लाइट ऑपरेट करता है। 14-15 हजार रुपए में राउंड ट्रिप टिकट मिल जाता है।
10 मई 2024 तक बिना वीजा थाईलैंड जा सकते हैं भारतीय
इससे पहले अपनी इकोनॉमी को बूस्ट देने के लिए थाईलैंड ने हिंदुस्तान और ताइवान के नागरिकों के लिए वीजा फ्री एंट्री का घोषणा किया था। भारतीय 10 नवंबर, 2023 से 10 मई, 2024 तक बिना वीजा के थाईलैंड जा सकते हैं और 30 दिनों तक वहां रह सकते हैं। टूरिज्म सीजन से ठीक पहले लिए गए इस निर्णय से थाईलैंड को अधिक पर्यटकों के आने की आशा है।
थाई गवर्नमेंट के प्रवक्ता चाई वाचरोन्के ने बोला कि इस स्कीम से 14 लाख अतिरिक्त पर्यटकों के आने की आशा है। इससे अतिरिक्त 1.5 बिलियन $ यानी करीब 12 हजार करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट होगा। वहीं पीएम श्रेथा थाविसिन ने कहा, ‘हम हिंदुस्तान और ताइवान के नागरिकों को वीजा-फ्री एंट्री देंगे क्योंकि उनके बहुत से लोग थाईलैंड की यात्रा करना पसंद करते हैं।’
भारतीयों के लिए पहले वीजा ऑन अराइवल फैसिलिटी थी
अब तक, भारतीय और ताइवानी पर्यटकों को इमिग्रेशन चेकपॉइंट पर 15 दिनों के वीजा ऑन अराइवल के लिए आवेदन करना पड़ता था। इससे पहले सितंबर में उसने चीनी नागरिकों के लिए भी वीजा फ्री एंट्री का घोषणा किया था। 2019 में थाईलैंड घूमने के लिए सबसे अधिक लोग चीन से पहुंचे थे। थाईलैंड के रिकॉर्ड 3.9 करोड़ अराइवल्स में से 1.1 करोड़ अराइवल चीन के थे।
जनवरी-अक्टूबर के बीच 2.2 करोड़ पर्यटक पहुंचे थाईलैंड
इस वर्ष जनवरी-अक्टूबर के बीच थाईलैंड में 2.2 करोड़ पर्यटक आए। इन पर्यटकों से थाईलैंड को $25.67 बिलियन यानी करीब 2.1 लाख करोड़ रुपए का रेवेन्यू मिला। इनमें से लगभग दस लाख रूसी पर्यटक थे। वहीं जनवरी-सितंबर के बीच 12 लाख हिंदुस्तानियों ने थाईलैंड विजिट किया। थाईलैंड जाने के मुद्दे में मलेशिया, चीन और दक्षिण कोरिया के बाद हिंदुस्तान चौथा नंबर पर है।
थाईलैंड की GDP में टूरिज्म का 20% योगदान
थाईलैंड का टूरिज्म सेक्टर उसकी कुल GDP में लगभग 20% का सहयोग देता है, लेकिन Covid-19 महामारी के बाद से उबरने के लिए संघर्ष कर रहा है। इसी तरह श्रीलंका का टूरिज्म सेक्टर भी कोविड में प्रभावित हुआ है। ऐसे में श्रीलंका ने भी टूरिज्म को बूस्ट देने के लिए हिंदुस्तान और चीन सहित सात राष्ट्रों के लिए 31 मार्च 2024 तक वीजा फ्री एंट्री का घोषणा किया है।
2.1 करोड़ हुई विदेश यात्रा करने वाले हिंदुस्तानियों की संख्या
भारत गवर्नमेंट के आंकड़ों से पता चलता है कि विदेश यात्रा करने वाले हिंदुस्तानियों की संख्या 2011 में 1.4 करोड़ से बढ़कर 2019 में 2.7 करोड़ पर पहुंच गई थी। फिर कोविड-19 महामारी के कारण दो वर्ष तक टूरिज्म सेक्टर ठप रहा। 2022 में यह संख्या फिर से 2.1 करोड़ हो गई।
श्रीलंका, थाइलैंड के अतिरिक्त इन राष्ट्रों में हिंदुस्तानियों के लिए वीजा फ्री एंट्री
थाईलैंड-श्रीलंका के अतिरिक्त भारतीय कुक आईलैंड, फ़िजी, माइक्रोनेशिया, नियू, वनुआटू, ओमान, कतर, बारबाडोस, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड, डोमिनिका, ग्रेनेडा, हैती, जमैका, मोंटेसेराट, किट्स एंड नेविस, विंसेंट एंड द ग्रेनेडाइंस, त्रिनिदाद एंड टोबैगो, भूटान, कजाखस्तान, मकाओ, नेपाल, अल साल्वाडोर, मॉरीशस, सेनेगल, ट्यूनीशिया में भी बिना वीजा के जा सकते हैं।