जीआरपी और सिविल पुलिस ने बड़ी मशक्कत कर जैसे-तैसे ट्रैकमैन को टंकी से उतारा
गंगापुर सिटी जिला मुख्यालय की रेलवे कॉलोनी में पावर हाउस के सामने बनी जलदाय विभाग की टंकी पर मंगलवार को एक ट्रैकमेन चढ़ गया। ट्रैकमेन इस्लाम ने अपने ही सीनियर अधिकारी द्वारा मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का इल्जाम लगाया। मुद्दे की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची जीआरपी और सिविल पुलिस ने बड़ी मशक्कत कर जैसे-तैसे ट्रैकमैन को टंकी से उतारा। खुदकुशी के कोशिश के इल्जाम में सिविल पुलिस ने ट्रैकमेन को अभी अपनी हिरासत में ले लिया है।
इस्लाम का इल्जाम है कि रेल पथ इंजीनियर और सुपरवाइज़र द्वारा उसे बेवजह परेशान किया जा रहा है। मनमाने ढंग से उसकी ड्यूटी लगाई जा रही है। इस तानाशाही रवैया के कारण वह मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहा है। रोचक बात ये है कि यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब पश्चिम-मध्य रेलवे महाप्रबंधक (जीएम) सुधीर गुप्ता कोटा मंडल के दौरे पर हैं। मंगलवार को उनका कार्यक्रम कोटा में ऑक्सीजन और चंबल रिवर फ्रंट घूमने का है।
गंगापुर के सहायक मंडल इंजीनियर एके जैन ने बोला कि अभी उन्हें कर्मचारियों को प्रताड़ित करने की जानकारी नहीं है। वह मुद्दे का पता लगाने की प्रयास कर रहे हैं। वहीं रेल पथ इंजीनियर (पीडब्ल्यूआई) समय सिंह मीणा ने बोला कि उनके द्वारा किसी कर्मचारी को प्रताड़ित नहीं किया जा रहा। इस मुद्दे में जूनियर इंजीनियर और जमादार ठीक जानकारी दे सकते हैं।
यह पहला मुद्दा नहीं
उल्लेखनीय है कि इंजीनियर, सुपरवाइजर द्वारा ट्रैक मेंटेनरों को प्रताड़ित करने का यह पहला मुद्दा नहीं है। इससे पहले भी ऐसे कई मुद्दे सामने आ चुके हैं। कुछ दिन पहले ही लाखेरी में भी में कुछ ट्रैक मैनों ने इंजीनियर की कम्पलेन की थी। अधिकांश मुद्दे कर्मचारियों की मनमाने और नियम खिलाफ ढंग से ढंग से ड्यूटी लगाने के सामने आते हैं।अपना अधिकार क्षेत्र बताते हुए इंजीनियर इस नियम का खूब दुरुपयोग करते हैं। बार-बार कम्पलेन के बाद भी अधिकारी भी इस मुद्दे में अपनी आंखें मूंदे रहते हैं।