लाइफ स्टाइल

चेहरे पर बढ़ती उम्र का असर ख़त्म करने का जाने तरीका

 लाइफस्टाइल न्यूज़ डेस्क,हंसते समय क्या आपकी आंखों के किनारे में लकीरें पड़ जाती हैं? आपकी त्योरियां चढ़ते ही आपकी भौहों और नाक के बीच रेखाएं नजर आती हैं? यदि हां, तो संभव है कि ये आपकी एक्शप्रेशन लाइन्स हों. यानी वह लकीरें जो आपके हंसने, गुस्सा होने, बोलने सरीखे भावों के कारण आपके चेहरे पर एक उम्र के साथ नजर आने लग जाती हैं. यूं तो यह एक स्वाभाविक चीज है, पर कई बार विभिन्न कारणों से यह समय से पहले ही बहुत अधिक गहरी हो जाती हैं. बेहतर होगा कि आप इन लकीरों को पहचानें, कारणों को जानें और इन्हें बढ़ने से रोकने पर काम करें ताकि आप लंबे समय तक जवां रहें.

क्या हैं यह लाइन्स
एक्सपे्रशन लाइन्स वह सिलवटें हैं, जो चेहरे के भावों जैसे मुस्कुराने, भौएं चढ़ाने, इशारे करने के कारण चेहरे पर बन जाती हैं. और समय के साथ और गहरी होती चली जाती हैं. उम्र के साथ इनका भौंहों और नाक के बीच में, होठों के चारों ओर, नाक से मुंह तक, माथे पर क्षैतिज रेखा, आंखों के बाहरी किनारें पर नजर आना आम बात है. पर, कई वजहों से यह समय के पहले भी नजर आने लग जाती हैं और गहराती जाती हैं.

क्यों होती है समस्या
• बढ़ती उम्र: महीन रेखाओं का बढ़ती उम्र के साथ चेहरे पर आना आम है. एक शोध के मुताबिक त्वचा के कॉलेजन और लचक में हर वर्ष एक फीसद की कमी आती है. यह त्वचा में झुर्रियों के बढ़ने का कारण बनती है. इससे आपकी त्वचा ढीली भी पड़ती है.

• अनुवांशिक: बहुत सी चीजें हमें विरासत में मिलती हैं. वैसा ही कुछ एक्सप्रेशन लाइन्स के साथ भी है. उनका गाढ़ा या हल्का होना हमारे जींस पर निर्भर करता है. शोध की मानें तो उम्र का बढ़ना आंतरिक और बाहरी दोनों कारणों से होता है. जींस के कारण होनी वाली परेशानी में कोशिकाओं की कार्यक्षमता में गिरावट आती है और त्वचा समय से पहले कमजोर पड़ने लगती है.

• जीवनशैली: हमारी खराब जीवनशैली की वजह से हमें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. मसलन, कम सोने से त्वचा स्वयं की मरम्मत नहीं कर पाती. जंक फूड और चिकना-तला हुआ खाना खाने से हमें पर्याप्त पोषक तत्व नहीं मिलते और त्वचा का लचीलापन समय से पहले कम होता जाता है. तनाव के कारण कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है और त्वचा पर समय से पहले उम्र की लकीरें नजर आने लग जाती हैं.

नमी ना हो कम
ये रेखाएं त्वचा में कॉलेजन की कमी से होती हैं. कॉलेजन की मात्रा को दुरुस्त रखने के लिए महत्वपूर्ण तरीका करें. ब्यूटी एक्सपर्ट श्वेता कहती हैं कि कॉलेजन की ठीक मात्रा के शरीर में पानी की कमी ना होने दें. पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और त्वचा को हाइड्रेट रखने के लिए नियमित अंतराल पर मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल करें. कारावास बेस्ड हयालूरोनिक एसिड वाले मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल बेहतर होगा.

बचें यूवी किरणों से
सूर्य की रोशनी से निकलने वाली यूवी किरणें आपकी त्वचा पर उम्र की दस्तक को तेज कर सकती हैं. इनसे बचने के लिए हर रोज एक अच्छे एसीपीएफ वाली सनस्क्रीन का इस्तेमाल जरूर करें. घर के भीतर रहने पर भी सनस्क्रीन का प्रयोग करें.

आहार रखें संतुलित
आपकी त्वचा कैसी दिखेगी, यह काफी हद तक आपकी खुराक पर निर्भर करता है. आहार सलाहकार डाक्टर भारती दीक्षित की मानें तो चेहरे पर बारीक रेखाओं की परेशानी से निपटने के लिए आपकी डाइट में एंटीऑक्सिडेंट्स, विटामिन और खनिजों का होना बहुत महत्वपूर्ण है. इसके लिए आप अपनी खुराक में पर्याप्त मात्रा में फल, सब्जियां, प्रोटीन और गुड फैड को शामिल करें. जितना संभव हो शर्करा से दूर रहें.

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