बसंत पंचमी पर वेलेंटाइन-डे का दुर्लभ संयोग, जानिए इस दिन का महत्व
सनातन धर्म में बसंत पंचमी का विशेष महत्व है। बसंत पंचमी इस बार 14 फरवरी दिन बुधवार को है, इस दिन माता सरस्वती के साथ कामदेव की भी पूजा अर्चना की जाती है। वहीं बसंत पंचमी के दिन वेलेंटाइन डे भी है। इस बार वेलेंटाइन डे पर शादियों को लेकर क्रेज दिख रहा है। क्योंकि बसंत पंचमी के दिन शुभ कार्यों के लिए उत्तम माना जाता है, इस दिन आप बिना पंचांग देखे विवाह विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन, नामकरण कर सकते हैं। बसंत पंचमी के दिन जिन लोगों का शादी मुहूर्त नहीं निकल पाता है, वे लोग इस दिन शादी के बंधन में बंध सकते हैं।
बसंत पचंमी है अबूझ मुहूर्त
शास्त्रों के अनुसार, बसंत पंचमी अबूझ साया है, जिस तिथि को अबूझ मुहूर्त बनता है, उस तिथि में शुभ कार्यों के मुहूर्त के लिए पंचांग देखने को आवश्यकता नहीं होती है। इस दिन बिना मुहूर्त देखे विवाह शादी और शुभ कार्य किए जा सकते हैं। शादी-विवाह के लिए मुहुर्त नहीं मिलने बसंत पंचमी के दिन शादियां करवा सकते हैं, इसलिए बसंत पंचमी पर हर वर्ष बड़ी संख्या में शादियां होती हैं। इस बार बसंत पंचमी और वेलेंटाइन डे का दुर्लभ संयोग बन रहा है। जानकारी के मुताबिक 13 और 14 फरवरी को हजारों में शादियां हो सकती हैं।
बसंत पंचमी के दिन दोषरहित श्रेष्ठ योग
बसंत पंचमी के दिन दोषरहित श्रेष्ठ योग बनते हैं। इस वजह से विवाह शादी और शुभ कार्यों के लिए बसंत पंचमी का दिन शुभ माना जाता है। इस दिन शादी करने वाले जोड़ों को सभी देवी देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है और सात जन्म तक साथ रहते हैं। माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि की आरंभ 13 फरवरी की दोपहर 2 बजकर 41 मिनट से हो रही है। बसंत पंचती 14 फरवरी को दोपहर 12 बजकर 09 मिनट तक रहेगी। बसंत पंचमी की पूजा इसी वजह से 14 फरवरी को होगी। लेकिन जो लोग 13 तारीख की रात में विवाह करेंगे, वह विवाह भी बसंत पंचमी में ही माना जाएगा।
विवाह के शुभ मुहूर्त
12 फरवरी, 13 फरवरी, 18 फरवरी, 19 फरवरी, 24 फरवरी, 25 फरवरी, 26 फरवरी, 27 फरवरी, 2 मार्च, 4 मार्च, 6 मार्च, 7 मार्च, 11 मार्च, 18 अप्रैल, 19 अप्रैल, 20 अप्रैल, 21 अप्रैल, 22 अप्रैल, 23 अप्रैल, 24 अप्रैल, 25 अप्रैल, 26 अप्रैल समेत कुल 22 शादी मुहूर्त है।