यहाँ ड्राईफ्रूट से भरपूर पतंग की डिजाइन का मिलेगा स्पेशल घेवर, ऐसे बनता है ये स्पेशल घेवर
मकर सक्रांति के पर्व पर जहां आसमान रंग-बिरंगे पतंगों से भरा होगा, तो नीचे भी पतंगे होगी। लेकिन वो आसमान में उड़ने वाली नहीं, बल्कि मीठे के शौकीनों का स्वाद बढ़ाने वाली होगी। एक तरफ जहां पूरे प्रदेश में मकर सक्रांति की धूम है, तो वहीं चूरू के एक मिष्ठान भंडार के संचालक ने नवाचार करते हुए एक ऐसा सुन्दर और स्वाद से भरपूर घेवर बनाया है, जो देखने में एकदम आसमान में उड़ने वाली पतंग जैसा दिखता है।
पर्व को देखते हुए बनवाया ये साँचा
शहर के बाबा मिष्ठान भंडार के मालिक सुशील शर्मा बताते हैं मकर सक्रांति के पर्व को देखते हुए उन्होंने कुछ हटके करने का प्लान किया और बाकायदा पतंग जैसा घेवर बनाने के लिए बीकानेर से डाई (साँचा) तैयार करवाया। उन्होंने कहा कि ये स्पेशल घेवर ना केवल दिखने में स्पेशल है, बल्कि स्वाद में भी काफी लाजवाब है। ड्राईफ्रूट से भरपूर इस घेवर को जिसने एक बार खाया, वह इसके स्वाद का दीवाना हो गया। सुन्दर और अलग दिखने के चलते इस स्पेशल घेवर की डिमांड भी साधारण घेवर की तुलना में अधिक है।
बाबा मिष्ठान भंडार के संचालक सुशील शर्मा बताते है कि मकर संक्रांति के पर्व को देखते हुए स्पेशल डाई (साँचा) तैयार करवाया गया और स्पेशल कारीगरों द्वारा इस पंतग घेवर को तैयार किया जा रहा है। कारीगर कैलाश गुजर ने कहा मैदे को दूध और देशी में घोला जाता है, फिर देशी घी के अंदर इसकी सिकाई की जाती है और घेवर का बेस तैयार किया जाता है। एक बार मे कड़ाई में तीन घेवर को डाला जा सकता है, जिसकी करीब 31 मिनट तक सिकाई की जाती है। कारीगर ने कहा कि ये घेवर 6 इंच चौड़ा और 9 इंच लंबा होता है। दूध की केसर रबड़ी और सफेद रबड़ी से इसे डेकोरेट किया जाता है। इस मलाई स्पेशल पतंग घेवर का दर 550 रुपए किलो है और एक किलो में करीब तीन पीस आएंगे।