ये है शनिदेव की कृपा पाने का सबसे अच्छा उपाय
सनातन धर्म में देवी देवताओं को प्रसन्न करने के लिए और उनकी कृपा पाने के लिए कई सारे यंत्रों का निर्माण किया गया है, जिसमें से एक यंत्र शनि यंत्र (Shani Yantra) भी है। शनि यंत्र शनिदेव की कृपा पाने का अच्छा तरीका है। इसे घर में स्थापित करने से घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है, साथ ही शनिदेव प्रसन्न होते हैं। Local 18 के साथ वार्ता में उत्तराखंड के ऋषिकेश में स्थित सोमेश्वर महादेव मंदिर के महंत रामेश्वर गिरी बताते हैं कि शनि यंत्र का निर्माण शनिदेव की कृपा दृष्टि के लिए किया गया है। यदि किसी की राशि में ढैय्या या साढ़ेसाती चल रही है या फिर अरिष्ट ग्रह में शनि बैठा हुआ है, तब शनि यंत्र काफी कारगर साबित होता है।
उन्होंने आगे कहा कि इस यंत्र को शनिदेव का दिशा यंत्र भी बोला जाता है। इसे स्थापित करने अथवा धारण करने से मन को शांति मिलती है, साथ ही शनिदेव का प्रकोप भी कम हो जाता है। यदि कोई भी आदमी शनिवार के दिन शनि यंत्र को स्थापित या धारण करता है, तो वह उस दिन व्रत रखें और पूजन के दौरान शनि चालीसा का पाठ करें। ऐसा करने से उसे तुरन्त फल की प्राप्ति होगी।
कैसे करें शनि यंत्र की स्थापना?
महंत रामेश्वर गिरी ने कहा कि शनि यंत्र को घर में स्थापित करने से पहले पंचोपचार से उसकी पूजा की जाती है। जिसके बाद ब्राह्मण द्वारा उसे विधिपूर्वक स्थापित किया जाता है। फिर यह यंत्र उज्जीवित हो जाता है, जिससे शनिदेव की कृपा दृष्टि घर पर बनी रहती है और उनका प्रकोप कम होता है। शनि यंत्र को भोजपत्र के साथ ही ताम्रपत्र पर भी स्थापित किया जा सकता है लेकिन भोजपत्र पर लिखकर विधि पूर्वक पूजा करने के बाद ताबीज के रूप में इसे धारण करने से इसके अधिक फायदा देखने को मिलते हैं।