लाइफ स्टाइल

खरगोन की एक मिठाई ने इन दिनों तहलका मचा रखा है, खरीदने के लिए लोगों की लगी लम्बी लाइन

 मिठाई किसे पसंद नहीं. दुकानों पर भिन्न-भिन्न वैरायटी की मिठाइयां देख किसी का भी मन ललचा सकता है. किसी को काजू कतली पसंद है तो किसी को रसमलाई, लेकिन खरगोन की एक मिठाई ने इन दिनों तहलका मचा रखा है. अस मिठाई को खरीदने के लिए लोगों को घंटों प्रतीक्षा करना पड़ता ह

जिले से 59 किलोमीटर दूर पर्यटन नगरी महेश्वर में किला मार्ग पर स्टेट बैंक के पास संचालित श्री कृष्णा स्वीट्स की दुकान को प्यारा भाई की मिठाई के नाम से जाना जाता है और यहीं पर मिलती है फेमस मावा बर्फी. अपने अनोखे स्वाद के कारण पिछले 50 वर्ष से यह बर्फी लोगों की जबान पर राज कर रही है.

विदेशों तक डिमांड
किसी को भी यह बर्फी खानी हो तो प्यारा भाई की दुकान पर आना ही होता है. यहां की मावा बर्फी के शौकीन केवल महेश्वर तक ही सीमित नहीं है, इर्द-गिर्द के जिलों के अतिरिक्त विदेशों में भी हैं. जब भी कोई यहां से विदेश जाता है तो वहां रहने वाले सम्बन्धी यहां की स्पेशल मिठाई मंगला लेते हैं.

50 वर्ष से स्वाद बरकरार
दुकान संचालक प्रीतम सोलंकी बताते हैं कि महेश्वर में उनकी यह दुकान को 50 साल से भी अधिक समय पुरानी है. पहले उनके पिता प्यारेलाल सोलंकी इसे चलाते थे और उन्होंने ही क्षेत्र में सबसे पहले मावा बर्फी प्रारंभ की थी. उनका बोलना है की मिठाई का स्वाद ही इसकी विशेषता है. टेस्ट इतना लाजवाब है कि जो एक बार खाता है वह फिर कहीं और नहीं जाता है.

एक दिन में बिकती है इतनी मिठाई
बता दें कि मावे से बनी मिठाई के स्वाद को बरकरार रखने के लिए कुछ खास चीजें इसमें मिलाई जाती हैं. प्रत्येक दिन 5 से 7 किलो मावा बर्फी बनाई जाती है. दुकान पर आते ही महज 3 से 4 घंटे मे पूरी मिठाई समाप्त हो जाती है, इसलिए लोग पहले से नंबर लगाकर बैठ जाते हैं. मूल्य की बात करें तो मावा बर्फी मात्र 400 रुपये किलो है.

25 वर्षों से खा रहे मिठाई
ग्राहक विक्रम पटेल बताते हैं कि वह बचपन से प्यारा भाई की यह मिठाई खा रहे हैं. यहां का स्वाद इतना लाजवाब है कि कहीं और खाने का मन ही नहीं करता. उनके सम्बन्धी विदेशों में रहते हैं. जब भी यहां से कोई विदेश जाता है तो प्यारा भाई की मावा बर्फी जरूर ले जाता है. वहीं ग्राहक अभय तिवारी 25 सालों से यहां की मिठाई खा रहे हैं. उनका बोलना है कि आज भी टेस्ट एक जैसा मिलता है.

Related Articles

Back to top button