आखिर क्या है अल्मोड़ा के इस मैगी प्वाइंट का राज, जो खाके लोग हो हो जाते हैं दीवाने,आइए जानें
उत्तराखंड की सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा यहां की खूबसूरत वादियों की वजह से भी जान जाती है और अब अपने खानपान की वजह से भी हलचल मचा रही है। यदि आप अल्मोड़ा घूमने के लिए आ रहे हैं और आप खाने के शौकीन है तो हम आपको एक ऐसी मैगी प्वाइंट के बारे में बताते हैं जहां पर आकर आप इसका स्वाद ले सकते हैं। इस मैगी का हर कोई दीवाना है। यहां पर दिन और शाम के समय लोगों की काफी भीड़ देखने को मिलती है और इस स्थान से सनसेट का बेहतरीन नजारा भी देखने को मिलता है।
अल्मोड़ा के शैल बैंड में है मैगी प्वाइंट और यहां की मैगी स्वाद जिसने एक बार चख लिया वह यहां की मैगी का दीवाना हो जाता है। दुकान के स्वामी रमेश चंद तिवारी ने कहा कि यह दुकान करीब 36 वर्ष पुरानी है। आज विभिन्न प्रकार के फास्ट फूड यहां पर बनाए जा रहे हैं पर उनके वहां बनने वाली मैगी का हर कोई दीवाना है। यहां पर अल्मोड़ा के विभिन्न इलाकों से लोग मैगी खाने के लिए आते हैं। वर्तमान में यहां मोमो, थप्पा, सूप, बर्गर, चाऊमीन और राजमा चावल बनाते हैं।
मैगी प्वाइंट में आकर प्यार झलकता है
आयुष पांडे ने कहा कि वह पिछले कई वर्ष से यहां पर आ रहे हैं और यहां की मैगी का स्वाद सबसे अलग है उन्होंने कहा कि दुकान स्वामी मैगी को बड़े प्यार से बनाते हैं। इसके अतिरिक्त इस मैगी में विभिन्न प्रकार के मसाले वह प्रयोग करते हैं और मैगी में बटर डालकर उसका स्वाद और भी दुगना हो जाता है।
पहले का और आपका स्वाद आज भी बरकरार
स्थानीय निवासी विकास चौहान ने कहा कि वह विद्यालय टाइम से यहां पर आ रहे हैं। करीब 20 वर्ष उन्हें यहां पर आते हुए हो गए हैं और आज भी वैसा ही मैगी का स्वाद बरकरार है। इसके अतिरिक्त यहां से दिखने वाला सनसेट का व्यू प्वाइंट और शहर से हटके होने की वजह से भी वह यहां पर आते हैं।
36 वर्ष पुराना है मैगी प्वाइंट
दुकान स्वामी रमेश चंद्र तिवारी ने कहा कि पिछले 36 वर्ष से वह मैगी यहां पर बना रहे हैं और वर्तमान में विभिन्न ढंग के फास्ट फूड यहां पर बनाए जाते हैं पर सबसे अधिक यहां पर मैगी लोग खाने के लिए आते हैं। क्षेत्रीय लोगों के साथ बाहर से आने वाले पर्यटक भी यहां पर आकर मैगी का आनंद उठाते हैं