मोटे अनाज हैं गुणों की खान, छात्रों को ये बात बताएंगे स्कूल के टीचर, जानें कुछ और भी नई बातें
आज की भागदौड़ भरी जीवन के कारण लोग अनेक रोंगों के शिकार हो रहे। दिल रोग, शुगर, ब्लड प्रेशर और कैंसर जैसी बीमारियां तो आम हो गईं हैं और इनका मुख्य कारण है व्यस्त दिनचर्या और मुनासिब पोषण का अभाव।।पोषण के प्रति कृषि विभाग ने लोगों को सतर्क करने के लिए अब कमर कस ली है और इसकी आरंभ उन नन्हे-मुन्नों को सतर्क करके देना चाहती है जो हमारे राष्ट्र के भविष्य हैं।
जागरूकता के इसी क्रम में मऊ के जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान इमिलिया में राष्ट्र के भविष्य को नयी दिशा देने वाले 100 शिक्षकों को मिलेट्स यानि मोटे अनाजों के द्वारा मिलने वाले पोषण के प्रति सतर्क करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा। जिसमें उन्हें अपने पारंपरिक अनाजों सांवा , कोदो, ज्वार इत्यादि के सेवन के बारे में जानकारी दी जा रही है।साथ ही कितने प्रकार से हम मोटे अनाजों को इस्तेमाल में ला सकते हैं।
स्कूली विद्यार्थियों को सतर्क करेंगे शिक्षक
कृषि वैज्ञानिकों ने कहा कि मिलेट्स यानी श्री अन्न आज के बदलते परिवेश में बहुत उपयोगी है। यह श्री अन्न बदलते जलवायु और कम लागत में भी अच्छा उत्पादन देता है। श्री अन्न बिना रासायनिक उर्वरक और खराब मिट्टी में भी अच्छी पैदावार देते है। अध्यापको को कहा गया कि इस श्री अन्न के बारे में आप लोग अपने विद्यालयों के बच्चो को बताएं, उन्हें सतर्क करें। इसके फायदों के बारे में वैज्ञानिको ने श्री अन्न से बनाये जाने, विभिन्न खाद्य उत्पादों के बारे में भी कहा गया। ये खाद्य उत्पाद जो कि श्री अन्न से बनाए जाते है वह स्वाद के साथ गुणवत्ता पूर्ण भी है।
मोटे अनाज होते हैं बहुत फायदेमंद
कृषि उपनिदेशक सत्येंद्र सिंह चौहान ने कहा कि मिलेट्स यानी मोटे अनाजों को प्रचलन में लाने के लिए देशव्यापी अभियान चल रहा है। इसी के अनुसार शिक्षकों को ट्रेनिंग दिया जा रहा है। जो विद्यालय में जाकर के बच्चों को मोटे अनाज के बारे में बताएंगे। श्री अन्न को अपने भोजन में अपनाने से बहुत सारी बिमारियों जैसे दिल रोग, कैंसर, डायबिटीज आदि भी दूर रहती है।