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रात में कार ड्राइव करते समय इन टिप्स को करें फॉलो

सड़क पर कार चलाते समय कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. खासकर, रात में ड्राइव करते समय कई बार गाड़ियों की हेडलाइट की चमक से आंखें चौंधिया जाती हैं और इससे एक्सीडेंट होने का खतरा भी बढ़ जाता है. कार के इंनसाइड रियर व्यू मिरर (Inside Rear View Mirror) में पीछे से गाड़ियों की लाइट पड़ने से देखने में काफी परेशानी होती है. ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे टिप्स जिसकी सहायता से आप इनसाइड रियर व्यू मिरर की चमक को कम कर सकते हैं और इससे आपको पीछे के ट्रैफिक को देखने में काफी सरलता होगी.

पहले आने वाली कारों में इनसाइड रियर व्यू मिरर (Inside Rear View Mirror) की चमक को कम करने के लिए कोई ऑप्शन नहीं दिया जाता था. ऐसे में ड्राइवर को देखने में काफी कठिनाई होती थी. रियर व्यू मिरर में चमक के चलते रात में कार चलाना काफी कठिन हो जाता है. हालांकि, वर्तमान में आने वाली बजट कारों में भी अब स्टैंडर्ड सेफ्टी फीचर के तौर पर इनसाइड रियर व्यू मिरर (IRVM) को सेट करने के लिए फीचर दिया जाने लगा है. जबकि महंगी गाड़ियों में ऑटो डिमिंग मिरर देखने को मिलता है जो अपने आप ही चमक को कम कर देता है. आइये जानते हैं IRVM को रात के लिए कैसे सेट करें.

ऐसे सेट करें IRVM (How To Set Inside Rear View Mirror)
इनसाइड रियर व्यू मिरर (IRVM) को सेट करना बहुत सरल है. इसके लिए आपको बस इसके पीछे दिए जाने वाले एक बटन को दबाना है. यह बटन एक लीवर की तरह होता है जिसे खींचते ही चमक कम हो जाती है. इस लीवर को वापस उसी स्थान पर सेट करने से यह पहले की तरह हो जाएगा (इसके लिए नीचे दी गई तस्वीर देखें). आपको बता दें कि इनसाइड रियर व्यू मिरर पर शीशा दो लेयर में होता है. लीवर को खींचते ही शीशों के बीच की दूरी बढ़ जाती है जिससे पीछे लगा रिफ्लेक्टर रौशनी की चमक को कम कर देता है.

अगर नहीं है ये फीचर तो क्या करें?
आपको बता दें कि यदि आपकी गाड़ी में यह लीवर वाला IRVM नहीं है तो आपको परेशान होने की आवश्यकता नहीं है. आप इसे बाहर से भी किसी ऑटो शॉप से लगवा सकते हैं. यदि आप मैन्युअल ढंग से इसे सेट करने की तकलीफ नहीं उठाना चाहते तो आप ऑटो डिमिंग मिरर भी लगवा सकते हैं. ऑटो डिमिंग मिरर रौशनी के मुताबिक अपने आप ही विजिबिलिटी को सेट कर देता है.

ये सावधानी भी जरूरी
सड़क पर आपकी ड्राइविंग की आदत दूसरों को भी प्रभावित करती है. रात में ज्यादातर लोग हाई बीम पर कार चलाते हैं. इस वजह से सड़क पर चलने वाले अन्य लोगों को काफी कठिनाई होती है. हाई बीम का रिफ्लेक्शन आपकी कार या बाइक के शीशे से रिफ्लेक्ट होकर सीधा आपकी आंखों पर पड़ता है और इससे काफी तकलीफ होती है. यदि सड़क पर अंधेरा है तो ये एक्सीडेंट का भी कारण बन सकता है. ऐसे में हमारी राय है कि रात में ड्राइविंग करते समय हेडलाइट को लो बीम पर ही रखें, जबतक बहुत अधिक आवश्यकता न हो हेडलाइट के हाई बीम का इस्तेमाल नहीं करें.

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