अगर आप मिट्टी के हांडी में बने चाय का स्वाद लेना चाहते हैं, तो पहुंचे यहां…
चाय एक ऐसा पेय पदार्थ है जो हर किसी को भाता है। ठंड के मौसम में गरमा-गरम चाय की चुस्की मिल जाए तो इसका मजा हीं कुछ और है। मिट्टी के बर्त्तन में बने चाय का स्वाद हीं अलग होता है। यदि आप भी मिट्टी के हांडी में बने चाय का स्वाद लेना चाहते हैं तो आपको बांका जिला के अमरपुर प्रखंड स्थित इंग्लिश मोड़ आना होगा। यहां सही दूध की चाय आपको पीने के लिए मिलेगी। पिछले 15 वर्षो से मुन्ना लोगों को हांडी में सोंधी खुशबू वाली चाय बनाकर लोगों को पिलाते आ रहे हैं। मुन्ना के पास चाय पीने के लिए सुबह से शाम तक लोगों की भीड़ लगी रहती है। बांका-भागलपुर मुख्य मार्ग पर सड़क किनारे दुकान रहने की वजह से इनको जबरदस्त लाभ मिलता है।
दुकानदार मणिलाल मंडल बताते हैं कि 15 साल पुरानी यह चाय की दुकान है। यहां के चाय का स्वाद लोगों को इतना भाता है कि भागलपुर आने-जाने के क्रम में लोग रूककर यहां चाय पीते हैं। यहां हांडी में चाय बनाया जाता है, जो इर्द-गिर्द के क्षेत्र में कहीं नहीं मिलती है।
10 रूपए में देते है कुल्लड़ वाली चाय
चाय बनाने में सही दूध में इलायची, स्पेशल क्वालिटी वाला चायपत्ती डालकर बनाते हैं। जब लोग चाय पीते हैं तो उनका दिल खुश हो जाता है। उन्होंने कहा कि दो तरह की चाय बनाते हैं। ज्यादातर लोग 5 रूपए वाली चाय पीना पसंद करते हैं। वहीं 10 रूपए वाली चाय लोग कम पीते हैं। दोनों प्रकार के चाय में कोई अंतर नहीं होता है। अंतर केवल इतना है कुल्लड़ वाली चाय 10 रूपए में पिलाते हैं। यह दुकान सुबह 5 बजे हीं चालू हो जाता है जो रात 9 बजे तक चलते रहता है।
1500 कप चाय का प्रतिदिन है सेल
दुकानदार मणिलाल मंडल बताते हैं कि सुबह से शाम तक में 1500 से अधिक कप चाय की बिक्री हो जाती है। यहां दूर-दूर से लोग चाय पीने आते हैं। लोगों का प्यार हीं है कि पिछले 15 वर्षो से यह चाय की दुकान चल रहा है। ग्राहकों की संतुष्टि हीं पूंजी है। यही वजह है कि पिछले कई वर्षो से चाय की मूल्य में कोई बढ़ोत्तरी नहीं किया है। दूध भी ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले किसानों से हीं लेते हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 8 से 9 हजार का कारोबार हो जाता है। वहीं चाय पी रहे ग्राहकों ने कहा कि यहां का चाय पीने से मन खुश हो जाता है।